मकर संक्रांति आज, 19 साल बाद अद्भुत संयोग, जानिये महत्व?

मकर संक्रांति आज, 19 साल बाद अद्भुत संयोग, जानिये महत्व?

PATNA : आज मकर संक्रांति की धूम. पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. मकर संक्रांति सूर्य जब धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करता है तो इस संक्रांति को ही मकर संक्रांति कहते हैं. पंचांग व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 19 वर्ष बाद इस बार मकर संक्रांति का अद्भुत संयोग बनने जा रहा है. माघ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा है. मकर संक्रांति पर सबसे पहले पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग बन रहा है. इशके बाद पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग है.

मकर संक्रांति इस बार 14 जनवरी 2025 यानी आज ही मनाई जाएगी. आज सुबह सूर्य 8 बजकर 41 मिनट मकर राशि में प्रवेश करेंगे. हिंदू पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति पुण्य काल का समय आज सुबह 9 बजकर 03 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा और महापुण्य काल का समय आज सुबह 9 बजकर 03 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 48 मिनट तक रहेगा.

जानकारों के मुताबिक, आज पुष्य नक्षत्र का अति शुभ संयोग बन रहा है. इसके स्वामी शनिदेव हैं. इस दौरान किए गए दान से शनि प्रसन्न होते हैं. वहीं मकर संक्रांति के दिन महादेश कैलाश पर माता पार्वती के साथ विराजमान रहेंगे, जिसे शिववास योग कहा जाता है. इस दिन किसी भी समय भगवान शिव का जलाभिषेक एवं पूजा शुभ फलदायी होगा. मकर संक्रांति के दिन पुण्यकाल और महापुण्य काल में स्नान दान का भी खास महत्व है.

मकर संक्राति के दिन गंगा स्नान, व्रत, कथा, दान और भगवान सूर्यदेव की उपासना करने का विशेष महत्व है. इस दिन किया गया दान अक्षय फलदायी होता है. शनि देव के लिए प्रकाश का दान करना भी बहुत शुभ होता है. पंजाब, यूपी, बिहार और तमिलनाडु में ये नई फसल काटने का समय होता है. इसलिए किसान इस दिन को आभार दिवस के रूप में भी मनाते हैं. इस दिन तिल और गुड़ की बनी मिठाई बांटी जाती है. इसके अलावा मकर संक्रांति पर कहीं-कहीं पतंग उड़ाने की भी परंपरा है.

REPORT - KUMAR DEVANSHU