SBI ने हलफ़नामा दायर कर SC को दी चुनावी बॉन्ड की जानकारी, जानिए इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा में क्या-क्या है?
DESK : अभी 15 फरवरी को ही सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र के चुनावी बांड योजना को रद्द करते हुए इसे असंवैधानिक करार दिया और निर्वाचन आयोग को दानकर्ताओं और उनके द्वारा दान की गई राशि और प्राप्तकर्ताओं का खुलासा करने का आदेश दिया था. SBI ने विवरण का खुलासा करने के लिए 30 जून तक का समय मांगा था. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने बैंक की याचिका खारिज कर दी और उसे मंगलवार को कागजी समय समाप्त होने तक सभी विवरण निर्वाचन आयोग को सौंपने को कहा था.
आज भारतीय स्टेट बैंक ने बुधवार को चुनावी बांड मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफ़नामा दायर किया. इस हलफनामे में 15 मार्च 2024 तक खरीदे गए और कैश कराए गए चुनावी बॉन्ड का विवरण शामिल किया गया है. इसके बाद एसबीआई द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल 2019 से लेकर उसी साल 11 अप्रैल तक कुल 3346 बॉन्ड खरीदे गए. इनमें से कुल 1609 बॉन्ड कैश कराए गए हैं.
SBI का कहना है कि, ये डेटा 12 अप्रैल 2019 से 15 फरवरी 2024 के बीच खरीदे और भुनाए गए बांडों के संबंध में दिया गया है. ये डेटा दो पासवर्ड से सुरक्षित PDF फाइलों में संकलित किया गया था और इसे एक पेन ड्राइव में सौंपा गया था. जबकि पासवर्ड एक सीलबंद लिफाफे में जमा किए गए थे. कुल 22,217 चुनावी बांड खरीदे गए और उनमें से 22,030 को राजनीतिक दलों द्वारा भुनाया गया.1 अप्रैल से 11 अप्रैल 2019 के बीच कुल 3,346 चुनावी बांड खरीदे गए और उनमें से 1,609 को भुनाया गया.12 अप्रैल 2019 से 15 फरवरी 2024 के बीच कुल 18,871 चुनावी बांड खरीदे गए और 20,421 भुनाए गए.
REPORT – KUMAR DEVANSHU