पटना में जप्त हो रही थी स्कूल के बसें, परेशान हो रहे थे अभिभावक और बच्चे
PATNA : 21 जनवरी 2025 को सुबह में राजधानी पटना की सड़कों पर परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस के द्वारा ताबड़तोड़ गाड़ियों को पकड़ा जा रहा था. जिसमें पटना ट्रैफिक पुलिस ने 25 गाड़ियों को जप्त की किया. यह गाड़ियां क्षमता से अधिक बच्चों को ले जा रही थी. यह कार्रवाई लोयला और संत जेवियर्स स्कूल की गाड़ियों पर हुई. पहली बार ऐसा हुआ है कि क्षमता से अधिक बच्चों को ले जाने पर स्कूल गाड़ियां जब्त हुई हैं. इस कार्रवाई से स्कूल वैन वालों और स्कूल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है. यह कार्रवाई तब हुई है जब शिक्षा विभाग ने ऑटो से बच्चों को ले जाने पर रोक लगाई है.
पुलिस के अनुसार, लोयला और संत जेवियर्स स्कूल की गाड़ियां नियम तोड़ रही थीं. इन गाड़ियों में सीट से अधिक बच्चे बैठे थे. यह ट्रैफिक नियमों के खिलाफ है ट्रैफिक पुलिस ने यह कार्रवाई शिक्षा विभाग के आदेश के बाद की है. शिक्षा विभाग ने ऑटो से बच्चों को स्कूल ले जाने पर रोक लगा दी है. ज्यादातर पकड़ी गईं गाड़ियां प्राइवेट स्कूलों में अवैध रूप से चल रही थीं. शिक्षा विभाग के नियमों के हिसाब से स्कूल वैन पीले रंग की होनी चाहिए. ड्राइवर और हेल्पर के पास ड्राइविंग लाइसेंस, मेडिकल सर्टिफिकेट होना चाहिए. गाड़ियों में कैमरा भी लगा होना जरूरी है. लेकिन पकड़ी गईं गाड़ियों में ये सब नहीं था. दरअसल, पकड़े गए ज्यादातर वाहनों का इस्तेमाल अवैध तरीके से निजी स्कूलों में किया जा रहा था.
पटना ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, जब्त गाड़ियों के पास कोई कागजात नहीं मिले हैं. न ही जिन स्कूलों में यह चल रहा था, उन्होंने ही अपना कोई रिकॉर्ड आरटीओ में उपलब्ध कराया है. जबकि यह जानकारी देना अनिवार्य है. यातायात विभाग ने स्कूलों से जानकारी मांगी है. अगर सही जवाब नहीं मिला तो स्कूलों पर भी कार्रवाई होगी.
विभाग के द्वारा सराहनीय कार्य किया गया है. लेकिन अचानक हुए इस कार्रवाई से अभिभावक और बच्चे परेशान हो गए. जो भी बच्चे स्कूल जा रहे थे. अचानक गाड़ी जप्त हो जाने की वजह से वह समय से स्कूल नहीं पहुंच पाए और उनके अभिभावक और बच्चों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी है. अगर विभाग इस तरीके का जांच अभियान कर गाड़ियों को जप्त करना था तो इसकी सूचना अभिभावक को देना चाहिए था. ताकि बच्चों को स्कूल पहुंचने में परेशानी नहीं होती.
REPORT - KUMAR DEVANSHU