बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा - कुर्सी नहीं छोड़ेंगे, बवाल तय

बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा - कुर्सी नहीं छोड़ेंगे, बवाल तय

PATNA : बिहार में 12 फरवरी को नई सरकार का फ्लोर टेस्ट होने वाला है और फ्लोर टेस्ट के दिन राजद के द्वारा बार-बार बोला जा रहा है कि, खेला होगा. इसी तर्ज पर आज बिहार विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने जो बयान दिया है. उससे पूरे बिहार की राजनीति गरमा गई है. आपको बता दे, बिहार में 28 जनवरी को नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार बनी. उस दिन बीजेपी, जेडीयू और हम पार्टी के विधायकों के विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दे दिया. अविश्वास प्रस्ताव विधानसभा के सचिव को सौंपा गया. विधानसभा को संचालित करने के लिए बनी नियमावली के मुताबिक अगर अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आता है तो उसको 14 दिन के बाद सदन में उस पर चर्चा होती है. अविश्वास प्रस्ताव लाने के 14 दिन बाद सदन की कार्यवाही के दौरान कम से कम 37 विधायक खड़े होकर कहेंगे कि, अध्यक्ष के खिलाफ प्रस्ताव लाया गया है. इसके बाद अध्यक्ष अपना आसन छोड़ देंगे और उपाध्यक्ष उस आसन पर बैठेंगे. फिर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. अगर सदन में मौजूद विधायकों के बहुमत ने अध्यक्ष के खिलाफ वोटिंग कर दी तो उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ देनी पड़ेगी.

 

अब इस पूरे मामले पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने पेंच फंसा दिया. विधानसभा पहुंचे अवध बिहारी चौधरी ने मीडिया से बात की उन्होंने कहा "मैं अध्यक्ष की कुर्सी पर बना रहूंगा. मुझे आज जानकारी मिली है कि मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. विधानसभा की नियमावली के मुताबिक मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा आज के 14 दिन बाद होगी. जब चर्चा होगी जब देखेंगे. इस दौरान मैं आसन पर कायम रहूंगा. अब जिस तरीके का राजनीतिक स्थिति है उसमें ये साफ दिख रहा है कि, 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट के दिन कुछ विधानसभा में अलग देखने को मिल सकता है. विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी कह रहे हैं कि, 7 फरवरी को उन्हें विश्वास प्रस्ताव की जानकारी मिली है. अगले 14 दिन यानी 21 फरवरी तक भी आसन पर रहेंगे. 12 फरवरी को सदन में सरकार को बहुमत साबित करना है. 13 फरवरी को बजट पेश करना है. 21 फरवरी से पहले सदन में सरकार को तीन परीक्षाओं को पास करना है. 12 फरवरी को विश्वास मत हासिल करना, राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित कराना और बजट को पास कराना. अगर किसी एक परीक्षा में सरकार फेल हुई तो वो गई.

 

वही, अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि, सरकार इन तीनों परीक्षाओं के दौरान सदन के पद पर वही कायम रहेंगे. सदन के अंदर सारे फैसले लेने का अधिकार उन्हें होगा. मैं कुर्सी नहीं छोडूंगा. परीक्षा नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए सरकार की होगी और अध्यक्ष की कुर्सी पर राजद के अवध बिहारी चौधरी होंगे. ऐसे में 12 फरवरी को जब विधानमंडल का सत्र शुरू होगा तो सदन के भीतर संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. सदन के भीतर भारी टकराव भी हो सकता है. अगर अवध बिहारी चौधरी आसन से नहीं हटे तो सरकार उन्हें जबरदस्ती हटा भी नहीं सकती. फिर सदन में जो होगा उसे देखना दिलचस्प होगा.

 

REPORT – KUMAR DEVANSHU