केके पाठक ने लिया एक्शन, बिहार के शिक्षा विभाग ने 27 हजार टीचरों का काटा वेतन 

केके पाठक ने लिया एक्शन, बिहार के शिक्षा विभाग ने 27 हजार टीचरों का काटा वेतन 

PATNA : बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके. पाठक के एक्शन से बिहार के शिक्षकों में खौफ का माहौल है. केके. पाठक के शक्ति के चलते राजभर के सरकारी स्कूलों में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों का वेतन काटकर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है. स्कूल के निरीक्षण के दौरान अब तक बिना पूर्व सूचना के गायब रहने वाले 32828 शिक्षकों के वेतन कटौती के अनुशंसा हुई है. अभी तक 10 महीना के भीतर राजभर के लगभग 27 हजार शिक्षकों के वेतन काटा गया है.

आपको बता दे, वेतन कटौती में सर्वाधिक संख्या 3884 दरभंगा जिले के शिक्षकों की है दूसरे स्थान पर नालंदा है, जहां के तीन हजार शिक्षकों की वेतन कटौती हुई है. हालांकि, वेतन कटौती की अनुशंसा सबसे अधिक नालंदा के 3886 शिक्षकों के लिए की गई. सबसे कम शिवहर जिले के 57 शिक्षकों के वेतन कटे हैं. वही, सारण जिले से 1677 शिक्षकों का वेतन कटा है. औरंगाबाद में 1332, भागलपुर के 1132, नवादा के 1048, सुपौल के 994, पूर्वी चंपारण के 921, अररिया के 918, मधुबनी के 888, समस्तीपुर में 775, बेगूसराय में 756 तथा सीतामढ़ी के 715 वेतन कटा है.

केके पाठक के आदेश के बाद पिछले साल सरकारी स्कूलों में औचक निरीक्षण का सिलसिला शुरू हुआ. निरीक्षण में गायब मिलने वाले शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा जाता है. स्कूलों में निरीक्षण करने गए पदाधिकारी इसकी रिपोर्ट जिले को देते हैं. जिसके बाद विभाग के तरफ से कार्रवाई की जाती है.

REPORT - KUMAR DEVANSHU