बिहार विधानसभा चुनाव 2025: तारीखों का ऐलान 6 अक्टूबर के बाद संभव,ट्रांसफर को लेकर बड़ी शर्त

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां अपने अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। चुनाव आयोग ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों को 6 अक्टूबर तक सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है।चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि 6 अक्टूबर तक तबादला और पदस्थापन से संबंधित रिपोर्ट भी आयोग को सौंप दी जाए। इस निर्देश से साफ संकेत मिलता है कि बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा अब 6 अक्टूबर के बाद कभी भी की जा...

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: तारीखों का ऐलान 6 अक्टूबर के बाद संभव,ट्रांसफर को लेकर बड़ी शर्त

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां अपने अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। चुनाव आयोग ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों को 6 अक्टूबर तक सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है।चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि 6 अक्टूबर तक तबादला और पदस्थापन से संबंधित रिपोर्ट भी आयोग को सौंप दी जाए। इस निर्देश से साफ संकेत मिलता है कि बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा अब 6 अक्टूबर के बाद कभी भी की जा सकती है।

मौजूदा सरकार का कार्यकाल नवंबर तक 
बता दें कि चुनाव आयोग बिहार में चुनाव से पहले एक्शन मोड में नजर आ रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि आयोग ने साफ किया कि में तीन साल से एक ही जगह पर तैनात अधिकारियों के ट्रांसफर किए जाएंगे। इसके साथ ही कोई भी चुनाव अधिकारी अपने गृह जिले में तैनात नहीं रहेगा। इसके साथ ही 6 अक्टूबर तक रिपोर्ट पेश करने का आदेश भी दिया है।बता दें कि बिहार में मौजूदा सरकार का कार्यकाल नवंबर तक है। ऐसा माना जा रहा है कि नवंबर के पहले हफ्ते में चुनाव की शुरुआत हो सकती है। पिछले विधानसभा चुनाव में तीन चरणों में चुनाव हुए थे। पहले चरण की वोटिंग 28 अक्टूबर, दूसरे चरण की वोटिंग 3 नवंबर और तीसरे चरण की वोटिंग 7 नवंबर को हुई थी। ऐसे में इस बार भी ये माना जा रहा है कि चुनाव दो से तीन चरणों में पूरा कराया जाएगा।

 बिहार में विधानसभा की 243 सीटें 
गौरतलब है कि बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं । इस बार मुख्य मुकाबला एडीए बनाम महागठबंधन के बीच होने की संभावना है।चुनाव की घोषणा से पहले ही राजनीतिक दल जनता के बीच प्रचार-प्रसार में सक्रिय हैं। पार्टियों के बीच बयानबाजी का दौर भी तेज है, जो आगामी चुनाव के लिए राजनीतिक तापमान बढ़ा रहा है।। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने 2020 के चुनाव में एनडीए के साथ रहते हुए जीत दर्ज की थी।