बिहार परिवहन विभाग : Automatic Fitness Center पर चल रहा फर्जीवाड़ा, गलत तरीके से दिया जा रहा फिटनेस सर्टिफिकेट 

बिहार परिवहन विभाग : Automatic Fitness Center  पर चल रहा फर्जीवाड़ा, गलत तरीके से दिया जा रहा फिटनेस सर्टिफिकेट 

PATNA : आए दिन सड़क पर दुर्घटनाएं होते रहती हैं, लेकिन क्या आपने यह जानने की कोशिश की की यह दुर्घटनाएं सबसे ज्यादा क्यों होती है? आपको बता दें, सबसे ज्यादा सड़क पर दुर्घटना वाहनों के अनफिट होने के कारण होता है. धड़ल्ले से अनफिट गाड़ियों को फिटनेस मिल जाती है. जिसके बाद कई जिंदगियों को लेकर अनफिट गाड़ी सफर करता है और कई बार दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाता है. जिससे कई लोगों की जान चली जाती है.

 

अभी बिहार में परिवहन विभाग के द्वारा Automatic Fitness Center को गाड़ी का फिटनेस देने का अनुमति दिया है. विभाग के द्वारा यह काम सराहनीय है, क्योंकि लोगों को इससे आसानी हो रही थी. अब उस ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटरों पर फर्जीवाड़ा की जा रही है. जिससे परिवहन विभाग को भी बदनामी झेलना पड़ रहा है. देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ के पास ऐसे तो कई गाड़ियों की जानकारी है, जो अनफिट है, फिर भी उसे फिटनेस दे दिया गया है. फिलहाल अभी एक गाड़ी की जानकारी आपको बताते है, उस गाड़ी का नंबर BR 06 GC 8955 है. इस गाड़ी के चारों ओर अवैध ढांचा तैयार किया गया है. इसके बावजूद इस गाड़ी को फिटनेस सर्टिफिकेट दे दिया गया है. इस गाड़ी को मुजफ्फरपुर के MVI के द्वारा अनफिट किया गया था. हद्द तो तब हो गई जब पटना के TRADEWELL INDIA SALES PVT. LTD ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर के द्वारा इस गाड़ी को फिटनेस सर्टिफिकेट दे दिया गया.

Automatic Fitness Center का फर्जीवाड़ा पूरे बिहार में चल रहा है. ऐसे Automatic Fitness Center में कुछ ज्यादा रूपये देकर आप कहीं के भी गाड़ी का फिटनेस बनवा सकते है. जो की पूरे तरिके से अवैध है. अब जरा सोचिए अगर ऐसी गाड़ियों से सड़क पर दुर्घटना होती है तो ये किसकी जिम्मेवारी है? बिहार परिवहन विभाग ने अपने अपने स्तर से अच्छा काम किया की ऑटोमेटिक फिटनेस केंद्र बनाए ताकि लोगों को सहूलियत हो, लेकिन इस सहूलियत के पीछे यह ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर अवैध तरीके से कमाई कर रहे हैं. जिससे परिवहन विभाग की भी बदनामी हो रही है. देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ बिहार परिवहन विभाग के वरिये अधिकारियों से आग्रह करता है कि, ऐसे फर्जी तरीके से जो लोग जो भी ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर चला रहे हैं. उनको चिन्हित करें और उन पर जांच करें. अगर दोषी पाए जाते हैं तो उनके ऊपर सख्त कार्रवाई करें, ताकि सड़क पर आम जनता सुरक्षित सफर कर सके.

REPORT - KUMAR DEVANSHU

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