समस्तीपुर में अपराधियों की गोली के शिकार हुए थानाध्यक्ष, इलाज के दौरान हुए शहीद

समस्तीपुर में अपराधियों की गोली के शिकार हुए थानाध्यक्ष, इलाज के दौरान हुए शहीद

पटना डेस्क : मत रो हर्ष ! तुम वीर शहीद के बेटे हो, तुम्हारे पिता मरे नहीं, वे वीर-गति को प्राप्त हुए हैं। वह अमर हो गए। यह कहते ही एसपी विनय तिवारी की भी आंखें नम हो गई। शहीद दारोगा नंद किशोर यादव के दोनों पुत्र हर्ष आनंद और यश आनंद भी रोने लगते है। इधर, उनकी पत्नी अमृता यादव भी बार-बार बेहोश हो रही थी, जिसे दारोगा मुकेश कुमार सिंह की पत्नी व बच्चे संभाल रहे थे। सभी की आंखे नम थी।


समस्तीपुर पुलिस लाइन में शव पहुंचते ही शहीद नंदकिशोर अमर रहे के नारे लगने लगे। स्वतंत्रता दिवस के मौक पर उनका शरीर तिरंगा से लिपटा हुआ, पुलिस लाइन में उतारा गया। पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद डीएम योगेंद्र सिंह, एसपी विनय तिवारी समेत सभी पुलिस पदाधिकारी तथा पुलिस के जवानों ने एक-एक कर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया। जिसके बाद पार्थिव शरीर को पुलिस वाहन से उनके पैत्रिक घर अररिया के लिए रवाना किया गया। जहां, आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।


परिवार के लोगों ने बताया कि नंद किशोर के माता पिता की पूर्व में देहांत हो चुकी है। एक छोटा भाई, पत्नी के अलावा दो पुत्र हैं। परिवार के यह मुखिया थे। यह मूल रूप से अररिया जिला के पलासी थाने के करोड़ दिढली गांव के रहने वाले थे।


एसपी विनय तिवारी ने कहा कि इस कांड को पशु तस्करों ने अंजाम दिया है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार पशु चोर से मिले इनपुट के आधार पर वह सहवाजपुर के पास पहुंचे थे जहां, पहले से 8-10 की संख्या में बदामश थे। बदमाशों को पकड़ने के दौरान उन पर गोली चलाई गई। वहीं, पुलिस पदाधिकारी को गोली लगने के कारण अन्य पुलिस कर्मी उन्हें संभालने में लग गए, जिसका फायदा उठाकर वहां से बदमाश भाग गए। बदमाशों को जल्द चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। शहीद नन्द किशोर के परिजनों ने कहा कि पुलिस प्रशासन जल्द से जल्द बदमाशों को गिरफ्तार कर सजा दिलाए, तभी उनकी आत्मा को शांति मिलेगी।

रिपोर्ट : कुमार कौशिक / कैसर खान