जानिये बबिता मिश्रा ने क्यों किया पवन सिंह पर FIR?, इनसाइड स्टोरी 

जानिये बबिता मिश्रा ने क्यों किया पवन सिंह पर FIR?, इनसाइड स्टोरी 

PATNA : कलम पर भारी रुपया - कहा जाता है कि, जिसके पास कलम यानि सरस्सवती है. उसके यहां रुपया खुद व खुद आ जाती है, लेकिन जिसके पास रुपया है, उसके यहां कलम का ज्ञान का वास होना निश्चित नहीं है. अब आप ये सोच रहे होंगे की हमलोग ऐसा क्यों बोल रहे है? आपको बता दे, अभी बिहार और उत्तर प्रदेश में एक खबर की चर्चा खुब हो रही है और वो खबर है बबिता मिश्रा और पवन सिंह का. हर यूट्यूब चैनल पर इस दोनों को लेकर खुब बाते की जा रही है. हर कोई अपना राय दे रहा है. इसी चलते हमने अपने खबर की शुरुआत में ही रुपया औ कलम का जिक्र किया था, क्योंकि पवन सिंह के पास खुब रुपया है, पर कलम नहीं है, लेकिन देसवा न्यूज़ के पास कलम की ताकत है. जिसको कोई नहीं दबा सकता है. 

जानिए मामला है क्या?

दअरसल, बबिता मिश्रा हर के इंसाफ के लिए आवाज उठाती है. जिसका कोई नहीं सुनता है. उसका बबिता मिश्रा सुनती है और उसे इंसाफ भी दिलाती है. पिछले कई महीनों से भोजपुरी के सबसे ज्यादा विवाद में रहने वाले स्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति के विवाद के बारे में हर कोई जनता है और इन दोनों की खबर हमेशा से चर्चा में रहता है. इन्ही दोनों के विवाद में देसवा न्यूज़ की ब्रांड अम्बेसडर सह रिपोर्टर बबिता मिश्रा से पवन सिंह की पत्नी ज्योति से मुलाकात की और ज्योति ने बबिता मिश्रा को अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में बताया. जिसके बाद बबिता मिश्रा ने ज्योति को इंसाफ दिलाने की ठान ली. जिसके बाद बबिता मिश्रा ने ज्योति का इंटरव्यू किया और उसकी सारी बातों को देसवा न्यूज़ पर चला दिया. जिसके बाद पवन सिंह और उनके सहयोगियों ने बबिता मिश्रा को टारगेट कर लिया और उनको धमकी देना और परेशान करना शुरू कर दिया

धमकी से परेशान होकर बबीता मिश्रा ने लगाई न्याय की गुहार 

जिस तरीके से पवन सिंह के समर्थन के द्वारा बबीता मिश्रा के ऊपर लगातार वीडियो बनाया जाने लगा. उन्हें ट्रोल किया जाने लगा और फोन करके धमकी दी जाने लगी. उससे परेशान होकर बबिता मिश्रा ने मेल के जरिये बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार के डीजीपी, पटना के एसएसपी और पटना के एसपी को आवेदन देकर इन सारी बातों की जानकारी दी. बबिता मिश्रा ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी के डीजीपी को भी आवेदन देकर गुहार लगाई. 


बबीता मिश्रा को कट्टा सटाकर दी गई धमकी, FIR  

जब बबीता मिश्रा गाड़ी से घर जा रही थी. तभी उन्हें दो बाइक पर सवार चार लोगों ने घेर लिया और उनके कनपटी पर कट्टा रखकर कहा कि, तुम ज्योति और पवन के मामले से दूर रहो, तुम पवन भैया का गुस्सा के बारे में नहीं जानती हो, तुम पवन भैया और ज्योति मिश्रा के बारे में कुछ नहीं बोलोगी, नहीं तो तुम्हें जान से मार देंगे. यह धमकी देकर वह लोग वहां से फरार हो गए. बबीता मिश्रा काफी डर गई और वह अपने घर चली गई और उन्होंने इस बात की जानकारी मेल के जरिये सबको दी. बबीता मिश्रा ने फिर पटना के कदमकुआं थाने में पवन सिंह और उसके सहयोगी प्रियांशु के ऊपर FIR दर्ज कराई. 


पवन के टीम ने किया FIR

जब पवन सिंह और उनके टीम के द्वारा बबिता मिश्रा नहीं डरी तो उनके टीम के द्वारा लखनऊ के हजरतगंज में बबिता मिश्रा पर केस दर्ज कराया गया. केस में बताया गया कि, बबिता मिश्रा ज्योति को आत्महत्या करने के लिए उकसा रही है और पवन सिंह को ज्योति से मिलने नहीं दे रही है. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि, यह केस खुद अगर पवन सिंह किए होते तो समझ में आता है. यहां पर भी उन्होंने पर्दे के पीछे रहकर काम करने की कोशिश की. उन्होंने अपने सहयोगी बलवंत सिंह से केस दर्ज कराया. 


जिस तरीके से इस खबर को तोड़-मरोड़ कर दिखाया जा रहा है. वह गलत है. हर कोई इस मुद्दे से अपनी रोटी सेकने का काम कर रहे है. सब अपने चैनल के माध्यम से अपना ज्ञान दे रहे है. हर कोई पवन सिंह और बबीता मिश्रा पर कटाक्ष कर रहे हैं. खैर, यह अब न्यायपालिका का काम है, लेकिन जिस तरीके से एक महिला पत्रकार को परेशान किया जा रहा है. गोली मारने की बात कही जा रही है. वह हमारे सभ्य समाज के लिए सही नहीं है. जिस बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं. वहां महिला पत्रकार अपने आप को असहाय और असुरक्षित महसूस कर रही है.

REPORT - KUMAR DEVANSHU