पलायन का राजा...नीतीश चाचा', बिहार में युवाओं के मुद्दे पर कांग्रेस का डिजिटल हमला तेज

बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों के बीच डिजिटल जंग तेज होती जा रही है। इस बार हमला बोला है बिहार यूथ कांग्रेस ने, जिन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'पलायन का राजा' बताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जोरदार निशाना साधा है। यूथ कांग्रेस ने एक व्यंग्यात्मक पोस्टर शेयर किया है, जिसमें नीतीश कुमार..

पलायन का राजा...नीतीश चाचा', बिहार में युवाओं के मुद्दे पर कांग्रेस का डिजिटल हमला तेज

बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों के बीच डिजिटल जंग तेज होती जा रही है। इस बार हमला बोला है बिहार यूथ कांग्रेस ने, जिन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'पलायन का राजा' बताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जोरदार निशाना साधा है। यूथ कांग्रेस ने एक व्यंग्यात्मक पोस्टर शेयर किया है, जिसमें नीतीश कुमार को शाही मुकुट में दिखाया गया है और नीचे लिखा है-"डबल इंजन सरकार प्रोडक्शन की प्रस्तुति – पलायन का राजा"।"एक राजा जो कुर्सी नहीं छोड़ता, लेकिन युवाओं को राज्य छोड़ने पर मजबूर करता है।वहीं पोस्ट के कैप्शन लिखा है-"पलायन का राजा, नीतीश चाचा!"

अब यह 'क्राइम कैपिटल' बनता जा रहा है-राहुल गांधी 

इससे पहले राहुल गांधी भी अपने बिहार दौरे के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कह चुके हैं कि-"बिहार में कभी नालंदा यूनिवर्सिटी हुआ करती थी, जहां पूरी दुनिया से लोग ज्ञान लेने आते थे। जापान, कोरिया, वियतनाम, चीन सभी के पास सोच बिहार से ही गई थी। आज देश का कोई ऐसा राज्य नहीं जहां बिहार से जाकर लोग काम नहीं कर रहे हो। आज यहां से ही लाखों लोग पलायन कर रहे हैं क्योंकि रोजगार का घोर अभाव है। बिहार को सत्य और न्याय की भूमि कहा जाता था, लेकिन अब यह 'क्राइम कैपिटल' बनता जा रहा है।"

नीतीश कुमार से सवाल 

यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस की ओर से नीतीश कुमार को डिजिटल तरीके से घेरा गया है। इससे पहले भी यूथ कांग्रेस ने नीतीश कुमार को रोजगार का संकट और पलायन पर घेरा था। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए नीतीश कुमार से सवाल किए थे कि आखिर कब तक बिहार की जनता को जवाब मिलेगा नीतीश बाबू ? इसमें उन्होंने एक फोटो भी शेयर किया था, जिसमें लिखा था 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा सिर्फ चुनावी जुमला साबित हुआ। नीतीश सरकार ने 20 वर्षों में स्थाई उद्योग स्थापित नहीं किए, जिससे युवाओं का पलायन अभी भी जारी है। हर साल लाखों युवा दिल्ली, पंजाब और महाराष्ट्र जाते है, जिससे स्पष्ट है कि राज्य है स्थानीय रोजगार का अभाव है।