किशनगंज गैंगरेप कांड: नवविवाहिता बनी दरिंदों की शिकार,पुलिस ने स्पीडी ट्रायल की दी चेतावनी

आखिर हमारा समाज किधर जा रहा है? जहाँ किसी की बहन, बेटी और माँ की इज्ज़त की कोई परवाह नहीं। दिन-दहाड़े अपराधी वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं… और हम समाज वाले  बस खबर पढ़कर सिहर जाते हैं, दो दिन चर्चा करते हैं, फिर भूल जाते हैं। हर बार रेप की खबर के बाद आक्रोश दिखता है। कैंडल मार्च निकलता है, नारे लगाए जाते हैं लेकिन फिर वही खामोशी, वही चुप्पी, वही उदासीनता। क्या सिर्फ कैंडल जलाने से और नारे लगाने से बेटियां सुरक्षित हो जाएंगी? या अब वक्त आ गया है कि कड़े........

किशनगंज गैंगरेप कांड: नवविवाहिता बनी दरिंदों की शिकार,पुलिस ने स्पीडी ट्रायल की दी चेतावनी

आखिर हमारा समाज किधर जा रहा है? जहाँ किसी की बहन, बेटी और माँ की इज्ज़त की कोई परवाह नहीं। दिन-दहाड़े अपराधी वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं… और हम समाज वाले  बस खबर पढ़कर सिहर जाते हैं, दो दिन चर्चा करते हैं, फिर भूल जाते हैं। हर बार रेप की खबर के बाद आक्रोश दिखता है। कैंडल मार्च निकलता है, नारे लगाए जाते हैं लेकिन फिर वही खामोशी, वही चुप्पी, वही उदासीनता। क्या सिर्फ कैंडल जलाने से और नारे लगाने से बेटियां सुरक्षित हो जाएंगी? या अब वक्त आ गया है कि कड़े कानून और गहरे सामाजिक बदलाव दोनों साथ-साथ हों?

7 दरिंदों ने बारी-बारी से रेप किया
किशनगंज जिले के गलगलिया थाना क्षेत्र में नवविवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। नवविवाहिता के साथ चाय बागान में 7 दरिंदों ने बारी-बारी से गैंगरेप किया। पीड़िता बेहोशी की हालत में अगले दिन मिली। पुलिस ने 36 घंटे के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है  लेकिन सवाल यह है – आखिर हमारे समाज में ऐसे हैवान क्यों पैदा हो रहे हैं?

 7 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक, 9 सितंबर को महिला अपने भतीजे के साथ मेला देखकर लौट रही थी।इसी दौरान 7 लोगों ने चाय के बागान में ले जाकर दुष्कर्म किया। भतीजे के विरोध करने पर बदमाशों ने उसकी भी पिटाई कर दी और मोबाइल भी छीन लिया। महिला, दूसरे दिन यानी 10 सितंबर को बेहोशी की हालत में मिली।शिकायत दर्ज करने के बाद थानाध्यक्ष राकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को मेडिकल जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

36 घंटे के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया
एसपी सागर कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया, पीड़िता ने महिला पुलिस अधिकारी के सामने बयान दर्ज कराया था। जिसके बाद 3 नामजद और 4 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 36 घंटे के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।पुलिस के मुताबिक, गुप्त सूचना के आधार पर हाथीडुब्बा गलगलिया से राजेश टुडु, सुपल मुर्मु, संतोष टुडु, सकल टुडु, बुद्धलाल टुड्डु, बुद्धलाल हासदा उर्फ दारा सिंह हासदा और शेखबस्ती चोपड़ा निवासी सुशांत दास को गिरफ्तार किया। सभी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा।

पीड़िता की शादी कुछ महीन पहले हुई थी
बता दें कि गलगलिया थाना क्षेत्र निवासी पीड़िता की शादी कुछ महीन पहले हुई थी। वह 9 सितंबर की शाम अपने नाबालिग भतीजे के साथ आदिवासी मेला देखकर लौट रही थी। इसी दौरान बेसरबाटी के रास्ते में बदमाशों ने दोनों को घेर लिया।बदमाश महिला के साथ छेड़छाड़ करने लगे। भतीजे ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उसकी पिटाई कर दी और उसका मोबाइल छीन लिया। 

परिजनों को घटना की जानकारी दी
हालात बिगड़ने पर भतीजा दौड़कर घर भागा और परिजनों को घटना की जानकारी दी। भतीजे के जाने के बाद बदमाश महिला को खींचकर चाय बागान में ले गए, जहां बारी-बारी से उसके साथ रेप करने लगे। दुष्कर्म के बाद महिला बेहोश हो गई। इसके बाद बदमाश पीड़िता के गहने लेकर फरार हो गए।भतीजे से जानकारी मिलने के बाद परिजन पीड़िता की तलाश में जुट गए। काफी खोजबीन के बाद बुधवार की अहले सुबह पीड़िता बेहोशी की हालत में पाई गई। इलाज के बाद पीड़िता ने गुरुवार शाम को गलगलिया थाने में शिकायत दर्ज कराई।

आखिर कब तक?
देखा जाए तो पुलिस की कार्रवाई तेज रही, लेकिन सवाल अब भी वही है आखिर कब तक हमारी बेटियां ऐसे दरिंदों का शिकार होती रहेंगी? क्या कानून का डर खत्म हो चुका है? रही बात हमारी तो  हम, एक समाज के तौर पर, कब तक सिर्फ कैंडल जलाकर और नारे लगाकर चुप बैठ रहेंगे? आज जरूरत सिर्फ सख्त कानून की नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और बदलाव की भी है।