पटना की सड़कें बनी रेस ट्रैक, 125 करोड़ का चालान फिर भी रफ्तार पर लगाम नहीं
पटना की सड़कों पर गाड़ियाँ नहीं दौड़तीं…यहाँ तो रफ्तार दौड़ती है। स्मार्ट सिटी के कैमरे 24 घंटे चालकों पर नज़र रख रहे हैं, चालान कट रहे हैं, लेकिन ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की लापरवाही लगातार जारी है।वहीं पटना स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर यानी आईसीसीसी से हो रही निगरानी के आंकड़े चौंकाने वाले हैं।मई 2023 से अब तक 12 लाख 58 हजार वाहन चालकों पर कार्रवाई हुई है। कुल मिलाकर 125 करोड़ रुपए का चालान................
                                पटना की सड़कों पर गाड़ियाँ नहीं दौड़तीं…यहाँ तो रफ्तार दौड़ती है। स्मार्ट सिटी के कैमरे 24 घंटे चालकों पर नज़र रख रहे हैं, चालान कट रहे हैं, लेकिन ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की लापरवाही लगातार जारी है।वहीं पटना स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर यानी आईसीसीसी से हो रही निगरानी के आंकड़े चौंकाने वाले हैं।मई 2023 से अब तक 12 लाख 58 हजार वाहन चालकों पर कार्रवाई हुई है। कुल मिलाकर 125 करोड़ रुपए का चालान वसूला जा चुका है।
शहर की सुरक्षा के लिए 1995 सीसीटीवी कैमरे
बता दें कि मई 2023 से लेकर अब तक 12 लाख 58 हजार लोगों पर 32 तरह के ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार सबसे बड़ा कारण है… ओवरस्पीडिंग।अब तक 10 लाख 11 हजार 170 से ज्यादा लोगों ने तेज़ रफ्तार में गाड़ी चलाई और नतीजा सिर्फ ओवरस्पीडिंग पर 101 करोड़ रुपए का चालान काटा गया। बता दें कि यही तेज़ रफ्तार सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह भी है।शहर की सुरक्षा के लिए 1995 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो 24 घंटे निगरानी करते हैं।लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए जागरूक भी किया गया है लेकिन इसके बावजूद ट्रैफिक नियम तोड़ने की आदत कम नहीं हो रही।शायद लोगों को लगता है कि गाड़ी तेज़ चलाने से मंज़िल जल्दी आ जाएगी…लेकिन अक्सर मंज़िल हॉस्पिटल या कब्रिस्तान निकलती है।
 सबसे ज्यादा मामले ट्रिपल राइडिंग 
वहीं ओवरस्पीडिंग के बाद सबसे ज्यादा मामले ट्रिपल राइडिंग के हैं।अब तक 1 लाख 19 हजार चालकों पर कार्रवाई हुई और 13 करोड़ 33 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया।जबकि तीसरे नंबर पर ड्राइविंग करते समय मोबाइल का इस्तेमाल करने वाले वाहन चालक शामिल हैं।ड्राइविंग करने के दौरान मोबाइल इस्तेमाल करने वाले 37 हजार लोगों का 3 करोड़ 80 लाख का चालान काटा गया है। वहीं, दिलचस्प तो ये कि बिना हेलमेट चलने वालों की संख्या बहुत कम रह गई है।इस मामले में केवल 14 लोगों का 36 हजार रुपए का चालान काटा गया है।             








                    
                
                    
                
                    
                
                    
                
                    
                
                    
                
                    
                




