संगठन सर्वोपरि...कार्यकर्ता रीढ़ — प्रदेश अध्यक्ष बनते ही बोले संजय सरावगी-विपक्ष पूरी तरह मुद्दाविहीन हो चुका है

बिहार भारतीय जनता पार्टी को नया नेतृत्व मिल गया है। संजय सरावगी ने गुरुवार को औपचारिक रूप से बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया। इससे पहले पटना के वीरचंद पटेल मार्ग स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में उनके स्वागत में भव्य अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यकर्ताओं के उत्साह का आलम यह रहा कि संजय सरावगी के स्वागत के लिए हाथी, घोड़े और ऊंट तक मौजूद रहे। बैंड-बाजे के साथ पहुंचे भाजपा....

संगठन सर्वोपरि...कार्यकर्ता रीढ़ — प्रदेश अध्यक्ष बनते ही बोले संजय सरावगी-विपक्ष पूरी तरह मुद्दाविहीन हो चुका है

बिहार भारतीय जनता पार्टी को नया नेतृत्व मिल गया है। संजय सरावगी ने गुरुवार को औपचारिक रूप से बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया। इससे पहले पटना के वीरचंद पटेल मार्ग स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में उनके स्वागत में भव्य अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यकर्ताओं के उत्साह का आलम यह रहा कि संजय सरावगी के स्वागत के लिए हाथी, घोड़े और ऊंट तक मौजूद रहे। बैंड-बाजे के साथ पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश और उत्साह के साथ अपने नए प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया।

पहला संबोधन: संगठन और कार्यकर्ता सर्वोपरि
प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद अपने पहले संबोधन में संजय सरावगी ने कहा कि यह सम्मान उनका व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पार्टी के हर कार्यकर्ता का सम्मान है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें मिली जिम्मेदारी किसी उपलब्धि का प्रतीक नहीं, बल्कि देश और संगठन की सेवा का अवसर है।उन्होंने कहा आज उन्हें जो भी जिम्मेदारी मिली है, वह देश और संगठन की सेवा के लिए है, न कि किसी व्यक्तिगत उपलब्धि के लिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा में संगठन सर्वोपरि है, विचारधारा प्राण है और कार्यकर्ता उसकी रीढ़ हैं।संजय सरावगी ने कहा कि बिहार में संगठन को और मजबूत करना और सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी होगी।

विपक्ष पर साधा निशाना
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी तीखा हमला बोला। संजय सरावगी ने कहा कि आज विपक्ष पूरी तरह मुद्दाविहीन हो चुका है। उन्होंने 2005 से पहले के बिहार की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय न तो पर्याप्त मेडिकल कॉलेज थे और न ही इंजीनियरिंग कॉलेज, जबकि आज बिहार विकास के रास्ते पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।

महिलाओं की प्रगति पर जोर
महिलाओं की स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि कभी जिन हालातों में बिहार की महिलाएं थीं, आज वही महिलाएं देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रही हैं। उन्होंने इसे सुशासन और विकास की नीतियों का परिणाम बताया।अपने संबोधन के अंत में संजय सरावगी ने भरोसा दिलाया कि उन्हें जो दायित्व सौंपा गया है, उसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाएंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि यदि संगठन में कहीं भी कमी दिखाई दे, तो सुझाव और सहयोग अवश्य दें। क्योंकि भाजपा के लिए सत्ता नहीं, बल्कि विचारधारा और संगठन ही सबसे बड़ा लक्ष्य है।

संजय सरावगी का राजनीतिक सफर
गौरतलब है कि संजय सरावगी का जन्म 28 अगस्त 1969 को हुआ था। 55 वर्षीय संजय सरावगी वैश्य समुदाय से आते हैं और भाजपा के पुराने एवं भरोसेमंद नेताओं में गिने जाते हैं। कारोबारी वर्ग में भी उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है।उन्होंने वर्ष 1995 में भाजपा की सदस्यता ली और पहली बार 2005 में विधानसभा चुनाव लड़ा। इसके बाद वे दरभंगा विधानसभा सीट से मार्च 2005, नवंबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 में लगातार जीत दर्ज करते हुए छह बार विधायक चुने जा चुके हैं।