दिव्यांगों के लिए बड़ी सौगात! बिहार में शुरू होगी स्पेशल बस सेवा, पटना से होगी पहल,जानिए क्या क्या होंगी सुविधाएं
बिहार में आम लोगों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार नई पहल कर रही है। महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पिंक बसों की शुरुआत के बाद अब दिव्यांगजनों के लिए विशेष बस सेवा शुरू करने की योजना पर काम तेज कर दिया गया है। समाज कल्याण विभाग के अनुरोध पर परिवहन विभाग जल्द ही इस दिशा में औपचारिक...
बिहार में आम लोगों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार नई पहल कर रही है। महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पिंक बसों की शुरुआत के बाद अब दिव्यांगजनों के लिए विशेष बस सेवा शुरू करने की योजना पर काम तेज कर दिया गया है। समाज कल्याण विभाग के अनुरोध पर परिवहन विभाग जल्द ही इस दिशा में औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर सकता है।
दिव्यांगों के लिए स्पेशल बसें चलाई जाएंगी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बिहार में दिव्यांगों की संख्या लगभग 23 लाख है। यदि प्रस्ताव पर अंतिम सहमति बनती है तो इस विशेष बस सेवा की शुरुआत राजधानी पटना से की जाएगी। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में भी दिव्यांगों के लिए स्पेशल बसें चलाई जाएंगी।हाल ही में समाज कल्याण विभाग और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच इस विषय को लेकर बैठक हुई थी। बैठक में समाज कल्याण विभाग की ओर से स्पष्ट रूप से कहा गया कि दिव्यांगों को सार्वजनिक परिवहन में यात्रा के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए उनकी सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए अलग से विशेष बस सेवा शुरू की जानी चाहिए।
सामान्य बसों में दिव्यांगों के लिए सीटें आरक्षित
अधिकारियों ने यह भी बताया कि वर्तमान में चल रही सामान्य बसों में दिव्यांगों के लिए सीटें आरक्षित तो होती हैं, लेकिन बस में चढ़ने-उतरने और यात्रा के दौरान उन्हें भारी दिक्कत होती है। इसी को देखते हुए महिलाओं के लिए पिंक बसों की तर्ज पर दिव्यांगों के लिए अलग और पूरी तरह सुविधायुक्त बसें चलाने का प्रस्ताव रखा गया है।जानकारी के मुताबिक, फिलहाल इस योजना को लेकर टेंडर आमंत्रित करने की प्रक्रिया चल रही है। जैसे ही प्रक्रिया पूरी होगी, बसों के संचालन को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
दिव्यांगों और बुजुर्गों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया जाएगा
वहीं स्पेशल बसों में मिलने वाली सुविधाओं की बात करें तो इन्हें खासतौर पर दिव्यांगों और बुजुर्गों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया जाएगा। बस में व्हीलचेयर के लिए पर्याप्त जगह होगी, सीढ़ी वाला प्रवेश नहीं होगा, कम ऊंचाई वाली सीटें लगाई जाएंगी। इसके अलावा ऑडियो अलर्ट सिस्टम, मजबूत हैंडरेल और आसान प्रवेश-निकास जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी।सरकार का उद्देश्य है कि दिव्यांग और बुजुर्ग यात्री बस स्टॉप से बिना किसी परेशानी के आसानी से बस पकड़ सकें और उन्हें सुरक्षित, सम्मानजनक और सुगम यात्रा का अनुभव मिल सके।













