बिहार में अजब-गजब नाम और बिल्ली की फोटो के साथ निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन, रोहतास में केस दर्ज

बिहार में अजीबोगरीब नाम और तस्वीर के साथ निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन देने का सिलसिला जारी है। ताजा मामला रोहतास जिले से सामने आया है, जहां एक आवेदन में बिल्ली की फोटो लगाई गई और नाम कैट कुमार लिखा गया।यह आवेदन बिक्रमगंज अनुमंडल के नासरीगंज अंचल स्थित कार्यालय में पहुंचा। आवेदक ने अपने पिता का नाम कैटी बॉस और माता का नाम कटिया देवी बताया है। पते में अतीमगंज, वार्ड संख्या-07, डाकघर महादेवा, थाना नासरीगंज, पिन कोड 821310, प्रखंड नासरीगंज, अनुमंडल बिक्रमगंज और जिला रोहतास दर्ज किया गया है।जिले की डीएम उदिता सिंह के आदेश पर नासरीगंज के रेवेन्यू अफसर कौशल पटेल ने अज्ञात व्यक्ति....

बिहार में अजब-गजब नाम और बिल्ली की फोटो के साथ निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन, रोहतास में केस दर्ज

बिहार में अजीबोगरीब नाम और तस्वीर के साथ निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन देने का सिलसिला जारी है। ताजा मामला रोहतास जिले से सामने आया है, जहां एक आवेदन में बिल्ली की फोटो लगाई गई और नाम कैट कुमार लिखा गया।यह आवेदन बिक्रमगंज अनुमंडल के नासरीगंज अंचल स्थित कार्यालय में पहुंचा। आवेदक ने अपने पिता का नाम कैटी बॉस और माता का नाम कटिया देवी बताया है। पते में अतीमगंज, वार्ड संख्या-07, डाकघर महादेवा, थाना नासरीगंज, पिन कोड 821310, प्रखंड नासरीगंज, अनुमंडल बिक्रमगंज और जिला रोहतास दर्ज किया गया है।जिले की डीएम उदिता सिंह के आदेश पर नासरीगंज के रेवेन्यू अफसर कौशल पटेल ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ नासरीगंज थाने में केस दर्ज कराया है।

शिकायत का विवरण:
थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार, 29 जुलाई 2025 को मोबाइल नंबर 6205831700 से निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए यह आवेदन प्राप्त हुआ। इसमें आवेदक का नाम कैट कुमार, पिता का नाम कैटी बॉस और मां का नाम कटिया देवी दर्ज था। साथ ही, एक ईमेल आईडी भी दी गई थी।शिकायत में कहा गया है कि इस तरह का आवेदन देकर सरकारी कार्य में बाधा डालने और सरकारी व्यवस्था की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है। पुलिस से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की गई है।

पिछले मामले:
बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले बिहार के अलग-अलग जिलों में ‘डॉगा बाबू’, ‘डोगेश’ और ‘ट्रैक्टर’ के नाम से भी निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन भेजे जा चुके हैं। हाल ही में खगड़िया जिले में ‘राम’, ‘सीता’ और ‘कौआ’ के नाम से भी ऐसे आवेदन मिलने का मामला सामने आया था।