बेगूसराय के डीईओ फरमान देने में निकले के.के पाठक से आगे, बढ़ी दाढ़ी और भड़कीला-चमकीला कपड़ा पहनकर आने पर कटेगा वेतन
पटना डेस्क : इन दिनों बिहार में शिक्षकों पर आफत आई हुई है. क्योंकि शिक्षा विभाग आए दिन कुछ ना कुछ नया फरमान जारी कर रहा है. जब से बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक ने इस पदभार को संभाला है. तब से वह पूरी तरीके से एक्टिव मोड में आ गए हैं. हर दिन कुछ नया बदलाव करके विभाग के लोगों को चौका रहे हैं. उनके इस पहल से सुधार तो दिख रहा है. शिक्षा विभाग में शिक्षक अब समय से स्कूल आ रहे हैं. उनका काम करने का तरीका भी पहले से बेहतर हुआ है.
इसी तर्ज पर बेगूसराय डीईओ ने भी के.के पाठक से एक कदम बढ़कर एक फरमान जारी किया है. उन्होंने निर्देश दिया है कि, जिला के स्कूलों में दाढ़ी बढ़ाकर स्कूल आने पर शिक्षकों का वेतन काटा जाएगा. वहीं शिक्षकों को जींस टीशर्ट पहनकर में आने पर भी रोक है. डीईओ के आदेश के अनुसार अब जिले के स्कूलों में महिलाओं के भड़कीले और चमकीला वस्त्र पहनकर आने पर रोक रहेगी. महिला शिक्षिकाओं को भारतीय परिधान पहनकर ही स्कूल आने का आदेश दिया गया.
इस पूरे मामले पर शिक्षक संघ बेगूसराय के डीईओ से नाराज है. शिक्षक संघ ने इस आदेश को तुगलकी फरमान बताया है. इस आदेश के बाद शिक्षकों ने सरकार से वहीं इस नए आदेश के बाद शिक्षकों ने सरकार से वर्दी भत्ता देने की मांग की है. शिक्षक संघ ने अधिकारियों पर उलूल-जुलूल पत्र जारी करने का आरोप लगाया है. वहीं बेगूसराय डीईओ को फरमान वापस लेने की चेतावनी दी है.
रिपोर्ट : कुमार कौशिक