केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को NDA में आने का दिया ऑफर, बिहार की राजनीति में सियासी हलचल तेज
पटना डेस्क : राजनीति में कब क्या हो जाए. कोई नहीं कह सकता. कब पक्ष-विपक्ष एक हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता है, और ऐसा कई बार हुआ भी है. जब तक राजनीति चलेगी तब तक यह परंपरा भी चलता ही रहेगा. बिहार में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है. दरअसल, NDA के केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले पटना पहुंचकर अपने विभाग की योजनाओं के लिए अधिकारियों के साथ बैठकर समीक्षा कर रहे थे. उसके बाद रामदास आठवले ने पत्रकारों के सामने एक ऐसी बात कह दी. जिससे बिहार के राजनीति में हलचल पैदा हो गए.
रामदास आठवले ने कहा कि, नीतीश कुमार को मुंबई की बैठक में नहीं जाना चाहिए. नीतीश कुमार भी विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम ‘INDIA’ से खुश नहीं है. ये नाम राहुल गांधी का दिया हुआ है. नीतीश कुमार अगर हमलोगों के साथ आते हैं तो बेहतर होता. बीजेपी ने कम सीटों के बावजूद नीतीश जी को सीएम बनाया था.
रामदास आठवले ने प्रेस के सामने अपने अधिकारियों से बैठक के बाद बिहार में दलित वर्ग के लोगों के समस्या पर जिक्र किया. उन्होंने बताया कि, बिहार में दलित वर्ग के लोग के साथ हत्या की घटनाएं बढ़ी है. अन्य राज्यों की उपेक्षा यहां हमले ज्यादा हुए हैं. सीएम नीतीश को इस बारे में सोचना चाहिए. दलितों के लिए योजनाएं बनाने की जरूरत है. इंटरकास्ट मैरेज पर बिहार सरकार एक लाख रुपए देती है. वहीं केंद्र सरकार इंटर कास्ट मैरेज वालो को 2.5 लाख रुपये देती है.
आठवले ने रोहिणी कमेटी की रिपोर्ट को लेकर कहा कि, देश में जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए. पिछड़े के साथ सामान्य जातियों की भी जनगणना होनी चाहिए. रोहिणी कमिटी की रिपोर्ट जारी होना बाकी है. पिछड़े वर्ग को तीन भागों में बांटकर आरक्षण तय किया जाना चाहिए.
रिपोर्ट : कुमार कौशिक