दानापुर सड़क हादसा 2025: ट्रैक्टर-कार की जोरदार टक्कर, 2 की मौत, 3 गंभीर रूप से घायल
बिहार के दानापुर से एक बार फिर दिल दहला देने वाली खबर आई है।तेज रफ्तार का कहर एक बार फिर मासूम ज़िंदगियों को निगल गया।मंगलवार दोपहर दानापुर-मनेर मुख्य मार्ग पर एक तेज रफ्तार कार ने ट्रैक्टर को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए।पुलिस ने हादसे की जांच शुरू....

बिहार के दानापुर से एक बार फिर दिल दहला देने वाली खबर आई है।तेज रफ्तार का कहर एक बार फिर मासूम ज़िंदगियों को निगल गया।मंगलवार दोपहर दानापुर-मनेर मुख्य मार्ग पर एक तेज रफ्तार कार ने ट्रैक्टर को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए।पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।
हादसे का मंजर
घटना दानापुर-मनेर मुख्य मार्ग पर दोपहर लगभग 2 बजे हुई। ट्रैक्टर पर सवार मजदूर खेतों से लौट रहे थे, तभी सामने से आ रही कार अनियंत्रित होकर सीधे ट्रैक्टर से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रैक्टर सड़क किनारे पलट गया। स्थानीय लोग दौड़ पड़े और घायलों को बचाने का प्रयास किया।मृतकों में एक सिप्पू सिंह (35) आरा के भोजपुर जिले के रहने वाले थे। वे दानापुर के एक खेत में मजदूरी करने आए थे। सिप्पू के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। खबर मिलते ही परिवार वाले दानापुर पहुंचे और शव देखकर फूट-फूटकर रोने लगे। दूसरा मृतक ट्रैक्टर का खलासी था, जिसकी पहचान अभी नहीं हो पाई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, खलासी बाहर का था और ट्रैक्टर चला रहा था।हादसे में तीन अन्य मजदूर भी घायल हुए, जिनमें से दो की हालत बेहद नाजुक है।उन्हें दानापुर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।जहां डॉक्टरों ने कहा कि उनकी जान खतरे से बाहर नहीं। दानापुर थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंचते ही कार को जब्त कर लिया गया है, लेकिन चालक मौके से फरार हो गया।प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कार की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक थी।एसपी ने कहा है कि दोषी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लगातार बढ़ रहे हैं सड़क हादसे
पिछले एक महीने में दानापुर इलाके में तीन बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें अब तक 12 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।विशेषज्ञों का कहना है कि लापरवाही से ड्राइविंग, सड़क की खराब हालत और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी इन हादसों की मुख्य वजह हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाने और ट्रैफिक जागरूकता अभियान चलाने की मांग की है।बता दें कि सिप्पू सिंह जैसे कई मजदूर रोज़ मेहनत करके परिवार का पेट पालते हैं, लेकिन तेज रफ्तार ने आज फिर एक घर की खुशियां छीन लीं। दानापुर की सड़कों पर एक बार फिर सवाल गूंज रहा है —“कब रुकेगी रफ्तार की ये लापरवाही?”