फुलवारी शरीफ का रहने वाला है गैंगस्टर चंदन का शूटर, पारस हॉस्पिटल के ICU में हुई है हत्या,CCTV में कैद हुई वारदात
गुरुवार सुबह पटना के पारस हॉस्पिटल के ICU में इलाज करा रहे गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी पांच की संख्या में आए थे, जो अस्पताल में घुसे और महज 30 सेकंड में हत्या कर फरार हो गए।पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस हत्याकांड में शामिल शूटर फुलवारी शरीफ इलाके का रहने वाला है। उस पर हत्या, आर्म्स एक्ट समेत दर्जनों मामले दर्ज.....

गुरुवार सुबह पटना के पारस हॉस्पिटल के ICU में इलाज करा रहे गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी पांच की संख्या में आए थे, जो अस्पताल में घुसे और महज 30 सेकंड में हत्या कर फरार हो गए।पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस हत्याकांड में शामिल शूटर फुलवारी शरीफ इलाके का रहने वाला है। उस पर हत्या, आर्म्स एक्ट समेत दर्जनों मामले दर्ज हैं। पटना के बॉर्डर इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है और हत्यारों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।बताया जा रहा कि अपराधियों ने चंदन को शूट करने का वीडियो भी बनाया। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
चंदन की मर्डर का CCTV भी सामने आया है
गौरतलब हो कि कुख्यात चंदन बक्सर का रहने वाला था। बक्सर में राजेंद्र केसरी नाम के चूना व्यवसायी की हत्या के मामले में कोर्ट ने दोषी ठहराया था।उसे उम्रकैद की सजा हुई थी। चंदन, बेऊर जेल से पैरोल पर इलाज के लिए पारस अस्पताल आया था। उसका बवासीर का ऑपरेशन हुआ था।चंदन की मर्डर का CCTV भी सामने आया है, जिसमें 5 अपराधी बड़े आराम से उसकी वॉर्ड तक आते हैं। कमरे के बाहर एक-एक कर अपनी कमर से पिस्टल निकालते हैं। फिर कमरे में दाखिल होते हैं।गोली मारकर करीब 30 सेकंड में बाहर आते हैं। पिस्टल कमर में खोंसकर फरार हो जाते हैं।
पुलिस जांच में जुटी, कई एंगल से हो रही पूछताछ
बता दें कि इस घटना ने एक बार फिर से बिहार की कानून व्यवस्था और जेल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर उम्रकैद की सजा काट रहे गैंगस्टर को बिना कड़ी सुरक्षा के आम वार्ड में भर्ती कैसे किया गया?वहीं मिली जानकारी के अनुसार पटना पुलिस इस मामले को अंदरूनी मिलीभगत, गैंगवार और पुरानी रंजिश समेत कई एंगल से जांच कर रही है। हॉस्पिटल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं — आखिर बिना जांच अपराधी कैसे ICU तक पहुंच गए?