हाजीपुर में भीषण सड़क हादसा: ट्रक और हाइवा की टक्कर में पिता-पुत्र समेत तीन की जलकर मौत, पूरे इलाके में मातम
वैशाली जिले के हाजीपुर-महुआ मुख्य मार्ग पर बुधवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने न सिर्फ स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया, बल्कि पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ा दी। रंगीला चौक के पास ट्रक और हाइवा के बीच हुई आमने-सामने की टक्कर के बाद दोनों वाहन आग की लपटों में घिर गए। इस दर्दनाक हादसे में ट्रक चालक, उसका बेटा और हाइवा चालक जिंदा जलकर मौत के शिकार हो गए।मृतकों की पहचान सारण जिले के नयागांव थाना क्षेत्र के डुमरी गांव निवासी 41 वर्षीय इंद्रदेव राय और उनके पुत्र ऋतिक कुमार....

वैशाली जिले के हाजीपुर-महुआ मुख्य मार्ग पर बुधवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने न सिर्फ स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया, बल्कि पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ा दी। रंगीला चौक के पास ट्रक और हाइवा के बीच हुई आमने-सामने की टक्कर के बाद दोनों वाहन आग की लपटों में घिर गए। इस दर्दनाक हादसे में ट्रक चालक, उसका बेटा और हाइवा चालक जिंदा जलकर मौत के शिकार हो गए।मृतकों की पहचान सारण जिले के नयागांव थाना क्षेत्र के डुमरी गांव निवासी 41 वर्षीय इंद्रदेव राय और उनके पुत्र ऋतिक कुमार के रूप में हुई है। वहीं हाइवा चालक की पहचान राकेश कुमार के रूप में हुई है। राकेश कुमार मुजफ्फरपुर का रहने वाला था।
आग की लपटें आसमान छूने लगीं
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि चिंगारी उठते ही आग की लपटें आसमान छूने लगीं। चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने तत्काल पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। दमकल की पाँच गाड़ियाँ – चार हाजीपुर से और एक महुआ से – घटनास्थल पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक सब कुछ राख हो चुका था।पुलिस अधिकारियों – सदर एसडीओ रामबाबू बैठा, एसडीपीओ सुबोध कुमार, और थाना अध्यक्ष यशोदा नंद पांडे - ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
चश्मदीदों ने बताया...
वहीं हादसे के वक्त थोड़ी दूर पर खड़े चश्मदीदों ने बताया कि 'टक्कर की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे। ट्रक की खिड़की से हाथ बाहर निकाल कर खलासी मदद मांग रहा था। लेकिन आग की वजह से कोई मदद नहीं कर सका। तीन लोग नजर के सामने जिंद जल गए।ड्राइवर ने बाहर खड़े लोगों से मदद मांगी, लेकिन कोई अपनी जान जोखिम में नहीं डालना चाहता था। इस कारण इंद्रदेव की कोई मदद नहीं कर सका।'इतना ही नहीं आग की लपटों के कारण आसपास 15 फीट लंबे 7 से ज्यादा पेड़ भी जल गए।'
क्या सड़कों पर रफ्तार मौत बन चुकी है?
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ट्रक रानी पोखर से गेहूं खाली करके हाजीपुर की ओर जा रहा था, जबकि हाइवा बालू लादकर महुआ की ओर। रंगीला चौक के पास दोनों तेज रफ्तार में थे और सीधी टक्कर के बाद आग लग गई। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि वहीं मौजूद कई लोग अपने वाहन छोड़कर जान बचाने भाग निकले। फिलहाल पुलिस हादसे के कारणों की गहराई से जांच कर रही है। इस घटना ने फिर एक बार सवाल खड़े कर दिए हैं – क्या सड़कों पर रफ्तार मौत बन चुकी है?
बैरिकेडिंग कर यातायात को नियंत्रित किया
बता दें कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सड़क के दोनों ओर बैरिकेडिंग कर यातायात को नियंत्रित किया और बाद में जाम को समाप्त कराकर आवागमन सामान्य कराया। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल, हादसे के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है। यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टक्कर किसकी लापरवाही से हुई, हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों वाहन तेज रफ्तार में थे।