लालू यादव का तंज- “6 और 11, NDA नौ दो ग्यारह!”चुनाव की घोषणा होते ही दिखा आरजेडी सुप्रीमो का पुराना अंदाज़
बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है, और इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है।अब जैसे ही चुनावी बिगुल बजा, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी अपने पुराने अंदाज़ में मैदान में उतर गए हैं।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लालू यादव ने अपने अनोखे स्टाइल में ऐसा पोस्ट किया है कि बिहार की सियासत में हलचल मच गई है। वहीं इस पोस्ट के जरिए लालू यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को चुनावी संदेश भी दे दिया और साथ ही साथ विरोधियों पर तंज भी कस दिया...

बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है, और इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है।अब जैसे ही चुनावी बिगुल बजा, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी अपने पुराने अंदाज़ में मैदान में उतर गए हैं।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लालू यादव ने अपने अनोखे स्टाइल में ऐसा पोस्ट किया है कि बिहार की सियासत में हलचल मच गई है। वहीं इस पोस्ट के जरिए लालू यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को चुनावी संदेश भी दे दिया और साथ ही साथ विरोधियों पर तंज भी कस दिया।उन्होंने पोस्ट में लिखा है-“6 और 11” NDA “नौ दो ग्यारह!
चुटीले व्यंग्य और तंज भरी राजनीति
दरअसल, लालू यादव अपने चुटीले व्यंग्य और तंज भरी राजनीति के लिए जाने जाते हैं।जब भी चुनाव आता है, लालू यादव अपने हास्य और करारे बयानबाज़ी के जरिए माहौल गरमा देते हैं।इस बार भी वही हुआ।उनका “6 और 11, NDA नौ दो ग्यारह” वाला पोस्ट बिहार की सियासत में बिजली की तरह फैल गया है।
। बता दें कि चुनाव आयोग ने 6 और 11 को दो चरणों में मतदान की तारीख तय की है। वहीं लालू प्रसाद यादव ने इसे “नौ दो ग्यारह” के कहावत से जोड़कर अपना संदेश कार्यकर्ताओं तक पहुंचा दिया। बता दें कि इस पोस्ट में साफ झलक रहा है कि इस चुनाव में लालू बहुत कान्फिडेंट हैं।
सियासी गलियारों में गर्माहट
दरअसल लालू यादव के इस पोस्ट ने बिहार के सियासी गलियारों में गर्माहट ला दी है। इस व्यंग्य के जरिए उन्होंने सीधे NDA के तरफ इशारा किया है। जिसका मायने साफ नजर आ रहा है कि 6 और 11 नवंबर के मतदान के बाद एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का सफाया तय है। बता दें कि बिहार की सियासत में लालू यादव हमेशा अपनी चुटीली और व्यंग्यात्मक भाषा के लिए जाने जाते हैं। उनके “नौ दो ग्यारह” वाले इस बयान ने एक बार फिर चुनावी जंग को शब्दों के तीरों से तेज बना दिया है।
बिहार की सियासत का अहम हिस्सा
लालू यादव का यह पोस्ट दिखाता है कि भले ही वे अब मंच से दूर हों, लेकिन उनकी राजनीतिक समझ और व्यंग्यात्मक भाषा आज भी बिहार की सियासत का अहम हिस्सा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या इस बार भी लालू का तंज हकीकत में बदलता है या “NDA नौ दो ग्यारह” सिर्फ सोशल मीडिया का नारा बनकर रह जाता है।