ओवैसी की सीमांचल न्याय यात्रा: किशनगंज से महागठबंधन पर सख्त संदेश, हमारे खत को कमजोरी मत समझना..जो फैसला लेना है लो

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीमांचल क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आज यानी 24 सितंबर, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज से अपनी सीमांचल न्याय यात्रा की शुरुआत की। यह यात्रा सिर्फ जनता तक पहुंचने का माध्यम नहीं, बल्कि AIMIM की राजनीतिक रणनीति का अहम हिस्सा भी माना जा रहा है।आज यानी बुधवार को ओवैसी किशनगंज में लगभग 100 KM की यात्रा  में ओवैसी ने 9 सभाओं को संबोधित किया.......

ओवैसी की सीमांचल न्याय यात्रा: किशनगंज से महागठबंधन पर सख्त संदेश,  हमारे खत को कमजोरी मत समझना..जो फैसला लेना है लो

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीमांचल क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आज यानी 24 सितंबर, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज से अपनी सीमांचल न्याय यात्रा की शुरुआत की। यह यात्रा सिर्फ जनता तक पहुंचने का माध्यम नहीं, बल्कि AIMIM की राजनीतिक रणनीति का अहम हिस्सा भी माना जा रहा है।आज यानी बुधवार को ओवैसी किशनगंज में लगभग 100 KM की यात्रा  में ओवैसी ने 9 सभाओं को संबोधित किया।

 सिर्फ 6 सीट की मांग...कोई जवाब नहीं 
वहीं यात्रा के दौरान ओवैसी से पत्रकारों ने महागठबंधन में शामिल होने को लेकर सवाल पूछा। इस पर उन्होंने कहा कि, 'बिहार की जनता देख रही है कि भाजपा की बी टीम कौन है।हमारे प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पत्र लिखा। मीडिया के जरिए पैगाम भेजा कि हम गठबंधन में शामिल होना चाहते है और सिर्फ 6 सीट की मांग की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया।'

तेजस्वी यादव पर निशाना
किशनगंज के कोचाधाम की सभा में ओवैसी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, 'हमारी पार्टी ने गठबंधन के लिए जो खत लिखा, उसे कमजोरी मत समझना। तुम फैसला जो लेना चाहते ले लो, लेकिन याद रखना बाद में यह मत करना कि मम्मी और डैडी मेरा बेट और बॉल लेकर कोई भाग गया। बता दें कि ओवैसी सीमांचल के 4 जिलों किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया में 4 दिनों तक न्याय यात्रा निकालेंगे। वहीं जब मंगलवार बाद दोपहर ओवैसी किशनगंज पहुंचे तो एयरपोर्ट पर समर्थकों ने नारा लगाया कि देखो-देखो कौन आया, शेर आया।

जनता तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास 
दरअसल यह यात्रा AIMIM के लिए सीमांचल में अपनी स्थिति मजबूत करने और स्थानीय मुद्दों को जनता तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। ओवैसी के सीधे संवाद और योजनाओं की प्रस्तुति से यह साफ है कि पार्टी इस क्षेत्र में चुनावी रणनीति को मजबूती से लागू करने पर ध्यान दे रही है। इस यात्रा को राजनीतिक विश्लेषकों ने भी महत्वपूर्ण बताया है, क्योंकि यह बिहार विधानसभा चुनाव के पहले सीमांचल क्षेत्र में AIMIM की पकड़ और उसकी चुनावी रणनीति को परखने का मौका है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह यात्रा न केवल चुनावी तैयारियों का संकेत है, बल्कि यह भी दिखाती है कि AIMIM महागठबंधन और बीजेपी दोनों के लिए सीमांचल में एक महत्वपूर्ण गेम-चेंजर बन सकता है।