तेजस्वी यादव भी पहुंचे 10 करोड़ के भैंसे को देखने, कहा - गाय के साथ-साथ अच्छी नस्ल की भैंस भी पाले

तेजस्वी यादव भी पहुंचे 10 करोड़ के भैंसे को देखने, कहा - गाय के साथ-साथ अच्छी नस्ल की भैंस भी पाले

PATNA : पटना के वेटरनरी कॉलेज के ग्राउंड में आयोजित बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो का आज अंतिम दिन है. उद्घाटन के दिन यहां सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे और उन्होंने जब 10 करोड़ के भैंस को देखा था, तब वह हैरान हो गए थे. आज बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी इस भैंस को देखकर हैरान हो गए. उन्होंने यहां तक कह दिया कि गाय के साथ-साथ अच्छी नस्ल की भैंस भी पाले.

 

आपको बता दे, हरियाणा के पानीपत से पहुंचे मुर्रा नस्ल के भैंसों को देखने के लिए आम से खास तक लोग पटना के वेटरनरी कैंपस पहुंच रहे हैं. इसका नाम गोलू-2 है. जो अब तक 30 हजार से अधिक बच्चों का पिता बन चुका है. बता दें कि हरियाणा के नरेंद्र सिंह बिहार सरकार के बुलावे पर अपने साथ गोलू-2 लेकर आए हैं. पद्मश्री से सम्मानित नरेंद्र सिंह अपने भैंसे को प्यार से घोल्लू बुलाते हैं. नरेंद्र सिंह के हर इशारे को गोलू बखूबी समझता है. गोलू के कारण ही उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया. आपको जानकार हैरानी होगी कि. 1500 किलो वजन और मुर्रा नस्ल के इस भैंसे की कीमत लोगों ने 10 करोड़ रुपये लगाई थी.

 

तेजस्वी यादव ने आज अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स गोलू-2 का फोटो शेयर करते हुए लिखा कि, 'पटना के वेटनरी कॉलेज परिसर में आयोजित किसान मेले में आकर्षण का केंद्र बने 10 करोड़ की कीमत तथा 30 हजार से ज्यादा बच्चों के पिता मुर्रा नस्ल के भैंसे से मिलने पहुँचा. मुर्रा नस्ल पालतू भैंस की एक नस्ल है, जो दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. दूध में वसा उत्पादन के लिए मुर्रा सबसे अच्छी नस्ल है. इस नस्ल की भैंसों को 'काला सोना' कहा जाता है. अगर किसानों को दुग्ध उत्पादन में बेहतरीन कमाई करनी है तो वह गाय के साथ अच्छी नस्ल की एक-दो भैंस का पालन जरूर करें, इससे दूध में कभी कमी नहीं आएगी. हमारी सरकार विभिन्न लाभकारी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु, किसानों को पशुपालन, मुर्गीपालन एवं मत्स्य पालन व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित कर रही है।'

 

REPORT – KUMAR DEVANSHU