अमित शाह के बयान पर तेजस्वी यादव का पलटवार -एनडीए बिहार को कब्जाना चाहता है...विकास नहीं
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार अभियान के बीच एनडीए और महागठबंधन के बीच बयानबाजी का दौर तेज हो गया है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तंज के बाद अब महागठबंधन के मुख्यमंत्री...
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार अभियान के बीच एनडीए और महागठबंधन के बीच बयानबाजी का दौर तेज हो गया है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तंज के बाद अब महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने करारा पलटवार किया है।
लालू जी चाहते हैं बेटा मुख्यमंत्री बने,
दरअसल दरभंगा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने विपक्ष पर परिवारवाद का आरोप लगाया। उन्होंने कहा “लालू जी चाहते हैं कि उनका बेटा मुख्यमंत्री बने और सोनिया जी चाहती हैं कि उनका बेटा प्रधानमंत्री बने लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि दिल्ली में मोदी जी हैं और बिहार में नीतीश जी हैं, दोनों जगह खाली नहीं है।”
परिवार और कुर्सी के इर्द-गिर्द
शाह ने आगे कहा कि महागठबंधन की राजनीति सिर्फ परिवार और कुर्सी के इर्द-गिर्द घूमती है,जबकि एनडीए जनता के विकास के लिए काम कर रही है।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार ही एनडीए के मुख्यमंत्री चेहरे बने रहेंगे।
तेजस्वी यादव का पलटवार:
वहीं पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने शाह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।उन्होंने कहा अमित शाह कहते हैं कि बिहार में जमीन की दिक्कत है। इसलिए उद्योग नहीं लग सकते।मैंने ऐसा गृह मंत्री नहीं देखा जो खुद अपने बयान से बिहार के युवाओं का मनोबल तोड़ दे।असल में, एनडीए बिहार को कब्जाना चाहता है, विकास करना नहीं।”
बिहार के बेटे ही राज्य का भविष्य तय कर सकते हैं
तेजस्वी ने कहा कि बिहार के बेटे ही राज्य का भविष्य तय कर सकते हैं। बाहर से आने वाले लोग केवल कुर्सी पर काबिज रहना चाहते हैं।उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा “भाजपा बिहार को रोजगार और उद्योग नहीं दे रही, बल्कि झूठे वादों से चला रही है।”
चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया “आचार संहिता लागू होने के बावजूद 10 लाख महिलाओं को पैसा दिया जा रहा है।यह मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश है।चुनाव आयोग की नैतिकता कहां गई?”













