मतदाता जागरूकता की मिसाल: पटना में 5 फुटबॉल मैदान जितनी रंगोली तैयार, ‘मिशन 60’ पर फोकस

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तहत मतदाता जागरूकता अभियान को नई ऊंचाई देने के लिए पटना में एक अनोखी पहल की गई है।गांधी मैदान में एक विशाल महा रंगोली बनाई...

मतदाता जागरूकता की मिसाल: पटना में 5 फुटबॉल मैदान जितनी रंगोली तैयार, ‘मिशन 60’ पर फोकस

‎बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तहत मतदाता जागरूकता अभियान को नई ऊंचाई देने के लिए पटना में एक अनोखी पहल की गई है।गांधी मैदान में एक विशाल महा रंगोली बनाई गई है, जो आकार और कला दोनों में दुनिया की सबसे बड़ी रंगोलियों में शामिल हो चुकी है। इस रंगोली का निर्माण ‘6 नवंबर को वोट करेगा पटना’ थीम पर किया गया है, जिसका उद्देश्य मतदाताओं को लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदारी के लिए प्रेरित करना है।

‎ 6 दिन में बनी दुनिया की सबसे बड़ी रंगोली

‎इस रंगोली को जीविका दीदियों, आंगनबाड़ी सेविकाओं और स्थानीय नागरिकों के सहयोग से मात्र 6 दिनों में तैयार किया गया है।रंगोली गांधी मैदान के गेट संख्या 7 से 10 तक फैली हुई है और इसका आकार इतना विशाल है कि इसमें 5 फुटबॉल मैदान समा सकते हैं।

‎जिलाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने बताया – “यह रंगोली मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने का एक अभिनव प्रयास है।हमारा उद्देश्य है कि 6 नवंबर को पटना का हर मतदाता मतदान केंद्र पहुंचे और लोकतंत्र को मजबूत बनाए।

‎‘मिशन 60’ के तहत बढ़ाया जाएगा मतदान प्रतिशत

डीएम डॉ. त्यागराजन ने कहा कि पटना जिले के करीब 49 लाख मतदाता लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत हैं।प्रशासन ने इस बार लक्ष्य रखा है कि मतदान प्रतिशत को 66% से अधिक तक पहुंचाया जाए।इसके लिए “मिशन 60” के तहत जिलेभर में व्यापक मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। “मतदाता ही सम्पूर्ण निर्वाचन अभियान के केंद्र बिंदु हैं। डॉ. त्यागराजन ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हर पात्र मतदाता मतदान के दिन अपनी भूमिका निभाए।

‎ स्वीप अभियान में कई विभागों की भागीदारी

‎पटना जिले में चलाया जा रहा स्वीप अभियान कई विभागों और संस्थाओं की साझेदारी से संचालित है।इसमें शामिल हैं ।आईसीडीएस विभाग,जीविका मिशन,पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड,पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड,कल्याण विभाग और अन्य कई सरकारी व सामाजिक संगठन।जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक संस्था — चाहे सरकारी हो, निजी हो या सामाजिक — सभी की जिम्मेदारी है कि वे नागरिकों को मतदान के महत्व से अवगत कराएं और शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने में सहयोग दें।