इटावा के प्राथमिक विद्यालय मलाजनी में प्रधानाचार्य के कारनामों की खुली पोल
उत्तर प्रदेश डेस्क : उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा को बेहतर करने के लिए लगातार अभियान चला रही है। वही इटावा जिला अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय मलाजनी में प्रधानाचार्य की मनमानी चरम पर है। प्रधानाचार्य खुद स्कूल से गायब रहते हैं और विद्यालय में अपने बदले एक प्राइवेट महिला टीचर को विद्यालय में रखा है जो जैसे तैसे विद्यालय का संचालन करती है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई तो भगवान् भरोसे हीं हो रहा है।
योगी सरकार सपनो और नियमों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इतना ही नहीं महोदय... मिडडे मील में भी जबरदस्त गड़बड़ी करते हैं स्थानीय सूत्रों की माने तो इनके द्वारा दूध से लेकर खाने पीने की व्यवस्थाओं में भी गड़बड़ी कर अपना जेब गर्म किया जाता है। रसोइया का कहना है हेड मास्टर जो आदेश करते है हम वही करते है।
हेड मास्टर का अध्याय यही समाप्त नहीं होता है लोगों की शिकायत है कि विद्यालय में बनी पुरानी दीवार को तोड़कर उसमे से निकली इट से विद्यालय का निर्माण करा दिया गया और नए भवन के नाम पर आये बजट को अपनी तिजोरी में पहुंचा दिया गया। विद्यालय में नव निर्माण के लिए अलग से बजट दिया जाता है। प्रधानाचार्य ने नया निर्माण दिखाकर लाखों रुपये का गमन कर दिया। अब सवाल ये है कि प्रधानाचार्य की कारस्तानियों की जानकारी सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को है या नहीं ? अगर है तो कार्रवाई कब होगी ? हालांकि इस पुरे प्रकरण की जानकारी शिक्षाधिकारी को दी गई लेकिन ठोस साक्ष्य के अभाव का हवाला देकर मामले को रफादफा कर दिया गया।
रिपोर्ट : कुमार कौशिक