बेटियों के आबरू पर हाथ डालने वाले को मिल रहा मोदी सरकार का संरक्षण

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का बिहार की बेटियों को लेकर बड़ा बयान निकलकर सामने आया है| उन्होंने साफ शब्दों में केंद्र सरकार को निशाना साधा है| उमेश कुशवाहा ने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सत्ता के अहंकार में इस कदर चूर है कि वो सही-गलत का फर्क तक भूल चुकी है

बेटियों के आबरू पर हाथ डालने वाले को मिल रहा मोदी सरकार का संरक्षण

Deswa Desk : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का बिहार की बेटियों को लेकर बड़ा बयान निकलकर सामने आया है| उन्होंने साफ शब्दों में केंद्र सरकार को निशाना साधा है| उमेश कुशवाहा ने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सत्ता के अहंकार में इस कदर चूर है कि वो सही-गलत का फर्क तक भूल चुकी है। उसके नैतिक दिवालियापन की ये पराकाष्ठा ही है कि बेटियों के आबरू पर हाथ डालने वाले भाजपा सांसद को मोदी सरकार का सरंक्षण मिल रहा है और न्याय के लिए राजधानी दिल्ली की सड़कों पर धरना दे रही देश की बेटियों को सत्ता के रसूख से रौंदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह की तस्वीरें बीते दिनों दिल्ली से निकलकर आई हैं उससे हर भारतीय का मन विचलित और व्यथित है।

  

प्रदेश अध्यक्ष ने केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि विदेशी धरती पर हमारे तिरंगे को सम्मान दिलाने वाली पहलवान बेटियां आज अपने देश में ही अपमानित हो रही हैं। भारत के इतिहास में यह पहली मर्तबा है कि न्याय की गुहार लगा रही बेटियों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है और यौन उत्पीड़न में आरोपी व्यक्ति पुलिस सुरक्षा में जनसभाओं को संबोधित कर रहा है। इस घटना ने देश की राजनीति को शर्मसार किया है। इससे जनप्रतिनिधियों के प्रति आम लोगों के अंदर विश्वास का भाव कम होगा।

  

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को आड़े हाथों लेते हुए कुशवाहा ने कहा कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री आज सांसद बचाओ सत्ता बचाओ के रास्ते पर चल रहे हैं। उनके इस रवैये से अब सिद्ध हो चुका है कि सत्ता ही उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आगे कहा कि देश की पहलवान बेटियों को अगर उचित न्याय नहीं मिलता है तो देश की शासन व्यवस्था और न्यायिक प्रणाली पर ये बदनुमा धब्बा होगा। न्याय में देरी भी एक किस्म का अन्याय है। अगर प्रधानमंत्री जी के हृदय में थोड़ी भी संवेदना और देश की महिलाओं के प्रति सम्मान है तो बिना विलंब किए अपने चहेते सांसद को बर्खास्त कर निष्पक्ष जांच का आदेश दें।

रिपोर्ट : इलिशा सुमन