9 mm की पिस्टल वाली ये मधनिषेध की जाबांज शराब माफियाओं पर पड़ेंगी भारी ,सीने में उतार देंगी गोली

9 mm की पिस्टल वाली ये मधनिषेध की जाबांज शराब माफियाओं पर पड़ेंगी भारी ,सीने में उतार देंगी गोली

पटना डेस्क : बिहार में शराब माफियाओं के द्वारा मद्य निषेध विभाग की टीम पर लगातार हमले की खबर आ रही है ऐसे में अब राज्य सरकार मध निषेध विभाग की टीम को शराब माफियाओं से लोहा लेने के लिए तैयार कर रही है... यही नहीं राज्य सरकार खासकर ऐसे जांबाज महिला व पुरुष पुलिस फोर्स को तैयार कर रही है... ताकि शराब माफियाओं के छक्के छुड़ाए जा सके...

 

दरअसल राज्य सरकार के निर्देश पर बिहार के मध निषेध विभाग की टीम को डेहरी ऑन सोन के बी सैप 2 के ग्राउंड में हथियार चलाने की कड़ी ट्रेनिंग दी जा रही है... ताकि मोर्चे पर शराब माफियाओं के विरुद्ध छापेमारी अभियान में माफियाओं को शिकस्त दे सकें... सबसे बड़ी बात यह है कि इस कड़ी ट्रेनिंग में महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी देखने को मिल रही है... हाथों में 9 एमएम की पिस्टल लिए महिला एसआई और एएसआई अपना निशाना लगाते देखी जा सकती हैं... हाथों में 9 एमएम का पिस्टल लिए वह जिस तरीके से पिस्टल कॉक कर रही हैं उनके मंसूबे देखकर ऐसा लगता है अब बिहार में शराब माफियाओं की खैर नहीं...

 

 

शराब व शराब माफियाओं के विरुद्ध छापेमारी के दौरान उत्पाद विभाग की टीम पर बढ़ते हमले के मद्दे नजर अधिकारी एवं सिपाही को हथियार चलाने की ट्रनिंग दी जा रही है... ट्रेनिंग में राज्य के विभिन्न जिलों से आए उत्पाद विभाग के 350 कर्मी भाग ले रहे हैं, जिनमें एसआई, एएसआई एवं सिपाही शामिल हैं... रोहतास जिले के उत्पाद विभाग के 14 कर्मी ट्रेनिंग में भाग ले रहे हैं... इनकी ट्रेनिंग 10 जून 2023 तक चलेगी...

 

 

ट्रेनिंग के संबध में जानकारी देते हुए उत्पाद विभाग की अमृता रंजन ने बताया कि ट्रेनिंग के लिए कुल तीन बैच बनाए गए हैं... प्रत्येक बैच को तीन दिन ट्रेनिग दी जाएगी... प्रथम दो दिन हथियारों के संचालन के विषय में विस्तार से जानकारी दी जाएगी... इसके बाद तीसरे दिन फयारिंग की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाएगी... प्रत्येक प्रशिक्षु को फायरिंग के लिए 25 गोलियां दी जाएगी... फायरिंग की ट्रेनिंग रविवार से दी जाएगी... 

 

अधिकारियों व कर्मियों को ट्रेनिंग दे रहे हवलदार मनोज कुमार बताते हैं कि सूबे के अफसर रैंक से लेकर सभी सहायक आयुक्त व एसआई व एएसआई तक को आर्म्स की कड़ी ट्रेनिंग दी जा रही है... जिस तरह से छापेमारी के दौरान खतरों का सामना करना पड़ता है ऐसे में यह लड़ सके इस के मद्देनजर बिहार सरकार ने बी सैप 2 को ट्रेनिंग के लिए चुना है इन्हें यहां शस्त्र चलाने व शस्त्र के बारे में जानकारी दी जा रही है... बिहार सरकार मद्य निषेध विभाग को सशक्त करने के लिए पूरे राज्य भर की टीम को सभी जिले को कवर करते हुए अधिकारियों से लेकर कर्मियों तक को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रही है ताकि वह किसी भी परिस्थितियों का सामना कर सकें... 9 एमएम पिस्टल जो सरकार के द्वारा प्रोवाइड की गई है उसकी तमाम बारीकियों को भी बताया जा रहा है ताकि अभियान के दौरान  बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सके...

 

 

बिहार के सारण से ट्रेनिंग लेने पहुंचे सहायक आयुक्त बताते हैं कि मद्य निषेध टीम के द्वारा छापेमारी के क्रम में कभी-कभी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है... ऐसे में पिस्टल की ट्रेनिंग मिलने से अभियान के दौरान काफी सहूलियत मिलेगी...

 

गौरतलब है कि बिगत महिनों में छापेमारी के दौरान उत्पाद विभाग की टीम को शराब माफिया के गुर्गों के हमले का शिकार होना पड़ा था जिसमें उत्पाद विभाग के अधिकारी एवं कर्मियों के हथियार ना चला पाने की कमजोरी भी सामने आई थी जिसके बादराज्य सरकार ने इन्हें ट्रेनिंग देने का निर्णय किया है... जिसकी डेहरी के बीएमपी-2 में शुरूआत हुई है।

 

रिपोर्ट : कुमार कौशिक / रवि कुमार