2024 के लोकसभा चुनाव से पहले किया गया जिले में 20 सूत्री कमेटी का गठन, जेडीयू-राजद को फायदा, कांग्रेस और लेफ्ट दलों को नहीं मिली जगह

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले किया गया जिले में 20 सूत्री कमेटी का गठन, जेडीयू-राजद को फायदा, कांग्रेस और लेफ्ट दलों को नहीं मिली जगह

PATNA : 2024 लोकसभा चुनाव का बिगुल बच चुका है. अब बिहार में राजनीति गतिविधि भी तेज हो गई है. 18 अक्टूबर 2023 को देर रात कैबिनेट विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी की. हर जिले में प्रभारी मंत्री इस समिति के अध्यक्ष होंगे. इसके साथ ही हर जिले में दो उपाध्यक्ष समेत कुल 25 सदस्य इस समिति के सदस्य होंगे. साल 2013 में महागठबंधन की सरकार ने ही 20 सूत्री कमेटी का गठन किया था. नीतीश सरकार ने पिछली बार 4 अप्रैल 2013 को ही नोटिफिकेशन जारी किया था. इसके बाद 18 अक्टूबर 2023 को 20 सूत्री कमेटी का गठन कर दिया गया है. इसे बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने अपने नेताओं और कार्यकर्ता को सेट करने के लिए यह कदम उठाया है. 10 साल बाद 37 जिलों में 20 सूत्रीय जिला स्तरीय कार्यक्रम कार्य एवं समिति का गठन किया गया है. कमेटी में 20 से 25 सदस्य उप मंत्री से लेकर विधायकों की तरह भत्ते और सुविधाएं मिलेंगे. इसमें सबसे ज्यादा फायदा जेडीयू और राजद के नेताओं को मिला है. जबकि कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के नेताओं को कम जगह मिली है. दिलचस्प बात ये है कि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह अपने गृह जिले अरवल में भी कांग्रेस का उपाध्यक्ष नहीं बनवा पाये. 12 विधायक वाली माले को अपने गढ़ माने जाने वाले जिलों में जगह नहीं मिली है.

 

बिहार सरकार के कैबिनेट विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति में पटना जिले में अशोक कुमार औऱ दीनानाथ सिंह यादव, सुपौल जिले में संतोष कुमार और राजेंद्र प्रसाद यादव, वैशाली जिले में वैद्यनाथ सिंह चंद्रवंशी और सुभाष चंद्र सिंह, पश्चिम चंपारण में शत्रुध्न कुशवाहा और मो. साहेब हुसैन अंसारी, सीतामढ़ी में सुनील कुमार कुशवाहा और सत्येंद्र सिंह कुशवाहा, लखीसराय में कालीचरण दास और अमरेश कुमार, बेगूसराय में रूदल राय औऱ अवधेश कुमार राय, अररिया जिले में आशीष कुमार यादव और मनीष यादव को जिला कार्यक्रम समिति का उपाध्यक्ष बनाया गया है. हर जिले में प्रभारी मंत्री इस समिति के अध्यक्ष होंगे. दो उपाध्यक्षों के अलावा 23 और नेताओं को कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति का सदस्य बनाया गया है. भागलपुर जिले में विपीन बिहारी सिंह औऱ चंद्रशेखऱ प्रसाद यादव उपाध्यक्ष होंगे. अरवल जिले में रामकिशोर वर्मा औऱ रवींद्र सिंह उपाध्यक्ष होंगे. भोजपुर जिले में संजय कुमार सिंह और बीरवल यादव उपाध्यक्ष बनाये गये हैं. दरभंगा जिले में गोपाल मंडल और उदय शंकर यादव उपाध्यक्ष बनाये गये हैं. पूर्वी चंपारण जिले में राजद के मनोज यादव और जेडीयू की मंजू देवी को उपाध्यक्ष का पद मिला है. ये वही मनोज यादव हैं, जिन्होंने पार्टी के अति पिछडा सम्मेलन में अपने ही दल के लोगों को खुलेआम पीटा था. वही, गया में अभय कुशवाहा और मो. मुर्शीद आलम, गोपालगंज में आदित्य शंकर शाही और दिलीप कुमार सिंह, जमुई में त्रिवेणी यादव और राम चरित्र मंडल, जहानाबाद में महेश ठाकुर औऱ शशिभूषण कुमार शर्मा, कैमुर में प्रमोद कुमार सिंह और अकलू राम, खगड़िया में मनोहर यादव औऱ बबलू मंडल, कटिहार में शमीम एकबाल और सुनील यादव, किशनगंज में असगर अली पीटर औऱ मोजाहिर आलम, मधेपुरा में जयकांत यादव और रमेश ऋषिदेव, मधुबनी में वीर बहादुर राय औऱ सत्येंद्र कामत, मुजफ्फरपुर में रामबाबू सिंह औऱ रमेश गुप्ता,, नालंदा में अशोक कुमार हिंमाशु और मो. मशरूर अहमद जुबैरी को कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति का उपाध्यक्ष बनाया गया है.

 

नवादा जिले में मो. सलमान रागिब और उदय कुमार यादव, रोहतास में रामचंद्र ठाकुर और अजय कुमार सिंह, सहरसा में चंद्रदेव मुखिया और मो. ताहीर, पूर्णिया में मिथलेश कुमार दास और राकेश कुमार, समस्तीपुर में रोमा भारती और मनोज कुमार गुप्ता, सारण में सुनील कुमार यादव और अल्ताफ अहमद राजू, शेखपुरा में शिवचंद्र कुमार उर्फ शिव कुमार सिंह और कुमार सत्यजीत, शिवहर में शिवचंद्र पासवान और कमलेश पांडेय, सिवान में चंद्रकेतु सिंह और नैमुद्दीन अंसारी को जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति का उपाध्यक्ष बनाया गया है.

 

REPORT – KUMAR DEVANSHU