मधेपुरा में दर्दनाक हादसा: बारात से लौटते वक्त दो गाड़ियां 100 फीट गहरी खाई में गिरीं, दो की मौत, चार घायल

मधेपुरा जिले में रविवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें बारात से लौट रहे दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब बारात की दो गाड़ियां बलुआहा पुल के पास करीब 100 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरीं। दोनों वाहनों में कुल छह लोग सवार थे। हादसा मुरलीगंज थाना क्षेत्र के रामपुर में रविवार रात लगभग 2 बजे हुआ....

मधेपुरा में दर्दनाक हादसा: बारात से लौटते वक्त दो गाड़ियां 100 फीट गहरी खाई में गिरीं, दो की मौत, चार घायल

मधेपुरा जिले में रविवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें बारात से लौट रहे दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब बारात की दो गाड़ियां बलुआहा पुल के पास करीब 100 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरीं। दोनों वाहनों में कुल छह लोग सवार थे।
हादसा मुरलीगंज थाना क्षेत्र के रामपुर में रविवार रात लगभग 2 बजे हुआ। घने कोहरे और कम विजिबिलिटी की वजह से ड्राइवरों को पुल के किनारे का अंदाजा नहीं हो सका। तेज ठंड के बीच गाड़ियां अचानक बेकाबू हुईं और सीधा गहरी खाई में जा गिरीं।अंधेरा और मौसम की खराबी के कारण किसी को भी इस दुर्घटना की रातभर भनक नहीं लगी, जिससे सभी लोग लगभग चार घंटे तक खाई में ही पड़े रहे।

दो की मौत, चार बेहोशी की हालत में मिले
बता दें कि मृतकों में चंद्रकिशोर यादव (35), दूल्हे के रिश्तेदार और दूसरे मृतक की पहचान पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी दूल्हे के दोस्त चिंटू अग्रवाल (25) के रूप में हुई है। वहीं, 4 लोग बेहोशी हालत में घटनास्थल के पास मिले थे। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सबसे पहले स्कॉर्पियो गाड़ी बेकाबू होकर नीचे गिरी। उसके ठीक पीछे दूल्हे की कार आ रही थी, जो पुल के किनारे से फिसलकर खाई में जा गई।हालांकि,  उस कार में दूल्हा सवार नहीं था।वहीं सोमवार सुबह लगभग 6 बजे स्थानीय लोगों ने पुल के नीचे दो गाड़ियों को क्षतिग्रस्त अवस्था में देखा। तुरंत इसकी जानकारी मुरलीगंज थाना पुलिस को दी गई।पुलिस मौके पर पहुँची और ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया और मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए।

कोहरे और खराब दृश्यता से बढ़ रहा हादसों का खतरा
वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही हरिपुर कला पंचायत के मुखिया आलोक कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया, बलुआहा पुल के पास घने कोहरे की वजह से हर साल बड़े हादसे होते हैं। पुल के किनारों पर सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं हैं। मैं प्रशासन से मांग करता हूं कि पुल के दोनों ओर डिवाइडर लगाएं। साइड रेलिंग मजबूत करें और स्ट्रीट लाइट भी लगवाएं।वहीं इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि सर्दी के मौसम में घने कोहरे और कम विजिबिलिटी की वजह से सड़क हादसों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्कता के साथ वाहन चलाने की अपील की है।