भारत नेपाल सीमा सुरक्षा बल के 44 वी 65 वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल द्वारा आज “आजादी का अमृत महोत्सव” के अंतर्गत "मेरी माटी मेरा देश" अभियान के तहत भव्य अमृत कलश यात्रा निकाली गई

भारत नेपाल सीमा सुरक्षा बल के  44 वी 65 वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल द्वारा आज  “आजादी का अमृत महोत्सव” के अंतर्गत "मेरी माटी मेरा देश" अभियान के तहत भव्य अमृत कलश यात्रा  निकाली गई

पटना डेस्क : भारत नेपाल की सीमा सुरक्षा के साथ साथ 44 वी 65 वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल द्वारा आज “आजादी का अमृत महोत्सव” के अंतर्गत "मेरी माटी मेरा देश" अभियान के तहत भव्य अमृत कलश यात्रा का आयोजन किया गया जिसमें वाहिनी की समस्त समवाय सिरसिया, नगर्देही, भंगा, मुन्ग्रहा,जमोली , पिरारी, बलबल, अहिरसिस्वा, पडरिया, भिख्नाथोरी, तीनलालटेन, भतुजला एवं पच्रौता ने अपनी महत्व पूर्ण भूमिका निभाते हुए बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया.

कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय ग्रामीणों के साथ स्कूल के बच्चे, शिक्षक व अन्य ने मिलकर गाँव के हर घर से मिट्टी संग्रह किया। वही बगहा मे 65वीं वाहिनी द्वारा “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत अमृत कलश यात्रा तिरंगे तथा ढ़ोल नगाड़े के साथ निकाली गई। इस क्रम में ‘डी’ समवाय सोनाली नाला कार्यक्षेत्र के ग्राम- बेतहानी दोन, बेलटाड़ी दोन, पिपरा दोन, बी समवाय परसा के कार्य क्षेत्र  में बनहवा, मटेरिया इत्यादि गाँव मे साथ ही महादेव नाला समवाय के कार्यक्षेत्र के गाँव मे कार्मिकों द्वारा अमृत कलश यात्रा निकाली गयी । 65 वीं वाहिनी द्वारा इस अभियान में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने हर्षौउल्लास के साथ बढ़ चढ़कर भाग लिया इस कार्यक्रम में सभी सम्मानित ग्रामीणों के साथ  एस. एस. बी. के बलकर्मी उपस्थित थे ।

मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम में पञ्च-प्रण शपथ, मेरी माटी मेरा देश थीम,  देश भक्ति गीत, स्लोगन, राष्ट्रीय तिरंगा, म्युजिकल सिस्टम, बच्चों द्वारा बैंड प्रदर्शन, पैदल जागरूकता रैली इत्यादि द्वारा देश भक्ति के रंग में रंगते हुए कार्यक्रम को बहुत ही जोश व उत्साह से आयोजित किया गया | इस कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्रामीण महिला एवं स्कूल ने बहुत बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया | स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए अपने-अपने घरों से एक-एक चुटकी मिटटी अमृत कलश में डाला । एस. एस. बी. द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान 44 वाहिनी के समवाय अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, बताते चलें की कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाएं, स्कूल के बच्चे, शिक्षक एवं बलकार्मिक सहित लगभग 4000 लोग शामिल रहे.

रिपोर्ट : कुमार कौशिक / आशीष