पटना के गांधी मैदान में हाईटेक तकनीक से जलेगा 80 फीट का रावण,मुख्यमंत्री-राज्यपाल रहेंगे मौजूद

शारदीय नवरात्र की समाप्ति के साथ ही आज विजयादशमी का पर्व पूरे उल्लास के साथ मनाया जाएगा। मां दुर्गा की नौ दिनों की पूजा-अर्चना और उपासना के बाद आज माता की विदाई होगी। इस बार उत्तराषाढ़ा और....पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान आज फिर रावण वध का गवाह बनेगा। इस बार 80 फीट ऊंचे रावण, 75 फीट के मेघनाद और 70 फीट के कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाएगा। इन पुतलों को खासतौर पर राजस्थानी और साउथ इंडियन फ्यूजन स्टाइल में तैयार किया गया है। आगरा के 15 कारीगरों ने कई दिनों की मेहनत से इनका निर्माण किया है। पुतलों.........

पटना के गांधी मैदान में हाईटेक तकनीक से जलेगा 80 फीट का रावण,मुख्यमंत्री-राज्यपाल रहेंगे मौजूद

शारदीय नवरात्र की समाप्ति के साथ ही आज विजयादशमी का पर्व पूरे उल्लास के साथ मनाया जाएगा। मां दुर्गा की नौ दिनों की पूजा-अर्चना और उपासना के बाद आज माता की विदाई होगी। इस बार उत्तराषाढ़ा और श्रवणा नक्षत्रों के संगम के साथ चार शुभ योग—सुकर्मा योग, धृति योग, रवियोग और सिद्ध योग का संयोग बन रहा है, जिससे दशहरा का महत्व और बढ़ गया है।देवी पुराण के अनुसार, पालकी पर मां दुर्गा की विदाई से भक्तों के जीवन में शुभता और सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है। इसी के साथ शहर के सभी पूजा पंडालों में स्थापित प्रतिमाओं का आज से विसर्जन भी शुरू हो जाएगा।

गांधी मैदान में रावण वध
वहीं दूसरी ओर पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान आज फिर रावण वध का गवाह बनेगा। इस बार 80 फीट ऊंचे रावण, 75 फीट के मेघनाद और 70 फीट के कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाएगा। इन पुतलों को खासतौर पर राजस्थानी और साउथ इंडियन फ्यूजन स्टाइल में तैयार किया गया है। आगरा के 15 कारीगरों ने कई दिनों की मेहनत से इनका निर्माण किया है। पुतलों को गिरने से बचाने के लिए अंदर लोहे के पाइप की सीढ़ियां लगाई गई हैं।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी शामिल होंगे
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी शामिल होंगे। समिति के चेयरमैन कमल नोपानी ने बताया कि इस बार रावण दहन में आकर्षक और पर्यावरण-हितैषी आतिशबाजी होगी। पूरे आयोजन का बजट 35 लाख रुपए रखा गया है, जिसमें से 5 लाख रुपए सिर्फ पटाखों पर खर्च होंगे। बारिश की संभावना को देखते हुए पुतलों पर क्लियर वार्निश लगाया गया है, ताकि पानी का असर न हो। खास बात यह है कि इस बार रावण को जलाने के लिए किसी को नजदीक जाने की जरूरत नहीं होगी। रिमोट से बटन दबाते ही पुतले धीरे-धीरे जल उठेंगे। दहन के दौरान रावण की आंखों से अंगारे और कानों व कंधों से रंग-बिरंगा धुआं निकलेगा।

 हर गतिविधि पर नज़र रखी जाएगी
सुरक्षा और व्यवस्था के लिए गांधी मैदान को पूरी तरह से हाईटेक निगरानी में रखा गया है। 49 स्थानों पर 103 दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे। 128 सीसीटीवी कैमरे, 10 वॉच टावर, अस्थायी थाना और जिला नियंत्रण कक्ष से हर गतिविधि पर नज़र रखी जाएगी। मुख्य गेट्स पर SDRF की टीमें और तीन क्विक रिस्पॉन्स टीम तैनात रहेंगी।

मीडिया के लिए गेट नंबर 13 निर्धारित 
दर्शकों के लिए गांधी मैदान के गेट नंबर 4, 5, 6, 7, 8, 10 और 12 खुले रहेंगे, जबकि मीडिया के लिए गेट नंबर 13 निर्धारित किया गया है। मैदान में रोशनी के लिए 136 एलईडी मेटल लाइट, 229 पोल लाइट और 15 हाईमास्ट लाइट लगाई गई हैं। वहीं, आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 9 एम्बुलेंस और मेडिकल टीम भी तैयार रहेंगी।पटना का यह रावण दहन समारोह न सिर्फ भव्यता का प्रतीक होगा, बल्कि सुरक्षा और आधुनिक तकनीक का भी अद्भुत संगम पेश करेगा।