दुर्गा पूजा पंडाल में करंट हादसा, माता-पिता ने देवी मां से बेटे को जिंदा करने की लगाई गुहार, कहा-मेरे बच्चे .....मेरे बेटे को जिंदा कर दो

दरभंगा में आजमनगर दुर्गा मंदिर के पूजा पंडाल में करंट लगने से 12 साल का अमरजीत कुमार अपने माता-पिता की आँखों के सामने जीवन की लड़ाई हार गया। बच्चे की मौत के बाद माता-पिता ने शव को माता की प्रतिमा के सामने रख दिया और हाथ उठाकर रो-रोकर बेटे की जिंदा करने की गुहार लगाई।पंडाल से सामने आए वीडियो में बच्चे की मां दर्दनाक स्वर में दुर्गा माता से प्रार्थना करती दिख रही हैं। वह कहती हैं, “अरे मां… बेटा तो तेरे दर्शन करने....

दुर्गा पूजा पंडाल में करंट हादसा, माता-पिता ने देवी मां से बेटे को जिंदा करने की लगाई गुहार, कहा-मेरे बच्चे .....मेरे बेटे को जिंदा कर दो

दरभंगा में आजमनगर दुर्गा मंदिर के पूजा पंडाल में करंट लगने से 12 साल का अमरजीत कुमार अपने माता-पिता की आँखों के सामने जीवन की लड़ाई हार गया। बच्चे की मौत के बाद माता-पिता ने शव को माता की प्रतिमा के सामने रख दिया और हाथ उठाकर रो-रोकर बेटे की जिंदा करने की गुहार लगाई।पंडाल से सामने आए वीडियो में बच्चे की मां दर्दनाक स्वर में दुर्गा माता से प्रार्थना करती दिख रही हैं। वह कहती हैं, “अरे मां… बेटा तो तेरे दर्शन करने आया था। तेरी पूजा करने आए थे, फिर मेरे बच्चे को क्यों छीन लिया? मेरे बेटे को जिंदा कर दो। हम कैसे रहेंगे, कैसे जिएंगे।” यह दृश्य देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति का दिल कांप उठता है।

 माता-पिता दोनों दिव्यांग
यह दृश्य दर्शाता है कि माता-पिता के लिए उनका इकलौता बच्चा उनके जीवन का सबसे बड़ा सहारा था। इस हादसे ने पूरे परिवार और आसपास के लोगों के दिलों को झकझोर कर रख दिया है।बता दें कि अमरजीत कुमार अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और माता-पिता दोनों दिव्यांग हैं। घटना के समय पंडाल में मौजूद नितिन कुमार झा ने बताया कि मंगलवार रात से लगातार हो रही बारिश के कारण पंडाल की सजावट में लगे बांस-बल्ले भीग गए थे। बांस में लगे तारों में करंट दौड़ रहा था। पास में खेल रहा अमरजीत उसी करंट की चपेट में आ गया।कुछ देर तक किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया। अचानक एक महिला की चीख सुनकर लोग दौड़े और बिजली काटकर बच्चे को अलग किया गया। आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। माता-पिता का पूरा विश्वाश टूट गया।

शव को मंदिर के अंदर माता की प्रतिमा के सामने रखा
अस्पताल से लौटने पर माता-पिता ने शव को मंदिर के अंदर माता की प्रतिमा के सामने रख दिया। मां बार-बार रोते हुए कहती रही, “हे माता रानी, मेरे बच्चे को जिंदा कर दो।”मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे। घंटों की समझाने के बाद परिजन शव को पोस्टमॉर्टम के लिए देने को तैयार हुए। स्थानीय लोगों ने इस हादसे में पूजा समिति की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पंडाल में बिजली के तारों की सुरक्षा का उचित इंतजाम नहीं किया गया था।

 पूजा पंडाल और दुकानों में पानी
दरभंगा में पिछले दो दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। बुधवार देर रात मूसलाधार बारिश से कई पूजा पंडाल और दुकानों में पानी भर गया। मंदिरों में भी पानी घुसा और कई पंडाल क्षतिग्रस्त हो गए। कीचड़ और पानी की वजह से श्रद्धालुओं को दर्शन में भारी कठिनाई हो रही है।इस दर्दनाक घटना ने पूरे नगर को शोक और चिंता में डाल दिया। प्रशासन और पूजा समितियों को पंडालों में सुरक्षा और बिजली व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।