BiharElection2025: टाइगर अभी ज़िंदा है पोस्टर से बिहार की राजनीति में हलचल तेज, 14 नवंबर को आएंगे नतीजे

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दो चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है। 6 नवंबर और 11 नवंबर को हुए इन दोनों चरणों में रिकॉर्ड वोटिंग देखने को मिली। पहले चरण में 65 प्रतिशत से अधिक जबकि दूसरे चरण में लगभग 69 प्रतिशत मतदान हुआ — जो अब तक का सबसे ऊँचा मतदान प्रतिशत माना जा रहा है। अब 14 नवंबर को नतीजों की घोषणा होगी, जिससे तय होगा कि बिहार की सत्ता..........

BiharElection2025: टाइगर अभी ज़िंदा है पोस्टर से बिहार की राजनीति में हलचल तेज, 14 नवंबर को आएंगे नतीजे

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दो चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है। 6 नवंबर और 11 नवंबर को हुए इन दोनों चरणों में रिकॉर्ड वोटिंग देखने को मिली। पहले चरण में 65 प्रतिशत से अधिक जबकि दूसरे चरण में लगभग 69 प्रतिशत मतदान हुआ — जो अब तक का सबसे ऊँचा मतदान प्रतिशत माना जा रहा है। अब 14 नवंबर को नतीजों की घोषणा होगी, जिससे तय होगा कि बिहार की सत्ता पर कौन काबिज होगा।

काउंटिंग से पहले कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
वहीं चुनाव आयोग ने मतगणना को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। सभी EVM और VVPAT मशीनों को दो-स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। काउंटिंग सेंटरों पर सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। मतगणना से पहले हर स्तर पर सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की कवायद जारी है।इस बीच, राजधानी पटना स्थित जेडीयू कार्यालय के बाहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक पोस्टर चर्चा में है। पोस्टर पर लिखा गया है – “दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, सवर्ण, अल्पसंख्यक के संरक्षक – टाइगर अभी ज़िंदा है।”यह पोस्टर जेडीयू नेता और पूर्व मंत्री रणजीत सिन्हा द्वारा लगाया गया है। वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस संदेश के ज़रिए पार्टी यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि नीतीश कुमार सभी वर्गों – दलित, महादलित, पिछड़ा, सवर्ण और अल्पसंख्यक – के हितों के संरक्षक रहे हैं।

एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त
वहीं, मतगणना से पहले आए एग्जिट पोल में यह संकेत मिल रहे हैं कि एक बार फिर से एनडीए की सरकार बिहार में बनने जा रही है। सरकार गठन के लिए 122 सीटों की ज़रूरत होती है, और अधिकांश एग्जिट पोल के अनुसार एनडीए को पूर्ण बहुमत मिल सकता है।जेडीयू के कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है, जबकि विपक्षी दलों ने भी अपनी रणनीति तैयार कर ली है। अब देखना दिलचस्प होगा कि एग्जिट पोल के अनुमान और असली नतीजे कितने मेल खाते हैं।