तेजप्रताप यादव भड़के पत्रकारों पर – बोले "बेकार के सवाल मत किया कीजिए" तेजस्वी को किया अनफॉलो!
बिहार की राजनीति में लालू परिवार की कलह अब खुलकर सामने आ गई है। तेजप्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स अनफॉलो कर दिया है। इससे पहले वे अपनी बहनें मीसा भारती और हेमा यादव को भी अनफॉलो कर चुके हैं। तेजप्रताप के फॉलोइंग लिस्ट में अब केवल पांच लोग बचे हैं, जिनमें परिवार से सिर्फ पिता लालू यादव, मां राबड़ी देवी और बहन राज लक्ष्मी यादव शामिल हैं।

बिहार की राजनीति में लालू परिवार की कलह अब खुलकर सामने आ गई है। तेजप्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स अनफॉलो कर दिया है। इससे पहले वे अपनी बहनें मीसा भारती और हेमा यादव को भी अनफॉलो कर चुके हैं। तेजप्रताप के फॉलोइंग लिस्ट में अब केवल पांच लोग बचे हैं, जिनमें परिवार से सिर्फ पिता लालू यादव, मां राबड़ी देवी और बहन राज लक्ष्मी यादव शामिल हैं।
पत्रकारों के सवाल पर भड़के तेजप्रताप
पटना में जब मीडियाकर्मियों ने उनसे भाई को अनफॉलो करने को लेकर सवाल किया तो तेजप्रताप भड़क उठे। उन्होंने कहा “बेकार के सवाल मत किया कीजिए। आप फेसबुक में घुसकर देखिए, कौन किसको फॉलो कर रहा है, किसको नहीं।”तेजप्रताप का यह रुख साफ करता है कि अब उनके और तेजस्वी के बीच सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि निजी दूरी भी बढ़ चुकी है।
'मुझे जनता से मतलब है'
राजद से निकाले जाने के बाद तेजप्रताप ने अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाई है और घोषणा की है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। यह सीट फिलहाल राजद के मुकेश रौशन के पास है, जो तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते हैं।जब पत्रकारों ने तेजप्रताप से मुकेश रौशन के क्षेत्र में एक्टिव होने को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने तल्ख अंदाज में कहा “मैं फालतू लोगों का नाम नहीं लेना चाहता हूं। मुझे महुआ की जनता से मतलब है, किसी और से नहीं।”वहीं दूसरी तरफ, जब मुकेश रौशन से तेजप्रताप को लेकर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा:“मुझे माफ कीजिए।”
लैंड फॉर जॉब पर भी बोले तेजप्रताप
वहीं लालू परिवार के खिलाफ चल रहे लैंड फॉर जॉब मामले को लेकर जब दिल्ली में पेशी की बात चली तो तेजप्रताप ने जवाबी हमला करते हुए कहा “सरकार घोटाला करती है। नीतीश सरकार में सृजन घोटाले का क्या हुआ?”बतादें कि उनकी यह टिप्पणी साफ तौर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ दोहरे मापदंड का आरोप लगाती है।हाल ही में तेजस्वी यादव ने यह घोषणा की थी कि महागठबंधन की सरकार बनने पर हर उस परिवार को नौकरी दी जाएगी, जिसके पास कोई सरकारी नौकरी नहीं है। इस पर तेजप्रताप ने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा “पहले RJD की सरकार बने तो।”यह बयान न केवल तेजस्वी की योजना पर सवाल उठाता है, बल्कि उनके नेतृत्व पर भी परोक्ष हमला माना जा रहा है।
लालू परिवार में बढ़ता सियासी फासला
तेजप्रताप यादव 13 अक्टूबर को अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेंगे। बता दें कि लालू यादव के बेटे अब सीधे-सीधे आमने-सामने खड़े होते दिख रहे हैं। एक ओर तेजस्वी महागठबंधन के नेता के रूप में उभरने की कोशिश कर रहे हैं, तो दूसरी ओर तेजप्रताप "दूसरा लालू यादव" बनने का दावा करते हुए अपने राजनीतिक सफर को नई दिशा देने में लगे हैं।बिहार की राजनीति में यह सियासी संघर्ष और पारिवारिक टकराव आने वाले चुनावों को और दिलचस्प बनाने वाला है।