बिहार चुनाव 2025: RJD के दो बड़े विधायक विभा देवी और प्रकाश वीर ने पार्टी छोड़ी, विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को एक के बाद एक बड़े झटके लगे हैं। नवादा से विधायक विभा देवी और रजौली (SC) से विधायक प्रकाश वीर ने रविवार को न सिर्फ विधायक पद से इस्तीफा दे दिया, बल्कि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी किनारा कर लिया है।‎दोनों विधायकों ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष को औपचारिक इस्तीफा सौंप दिया, जिससे यह साफ हो गया कि वे आगामी चुनाव में राजद के टिकट पर नहीं लड़ेंगे, और उनकी अगली राजनीतिक....

बिहार चुनाव 2025: RJD के दो बड़े विधायक विभा देवी और प्रकाश वीर ने पार्टी छोड़ी, विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा

बिहार चुनाव 2025 की रणभेरी बज चुकी है और नेताओं का दल-बदल भी अब तेज होता दिख रहा है। वहीं बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को एक के बाद एक बड़े झटके लगे हैं। नवादा से विधायक विभा देवी और रजौली (SC) से विधायक प्रकाश वीर ने रविवार को न सिर्फ विधायक पद से इस्तीफा दे दिया, बल्कि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी किनारा कर लिया है।‎दोनों विधायकों ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष को औपचारिक इस्तीफा सौंप दिया, जिससे यह साफ हो गया कि वे आगामी चुनाव में राजद के टिकट पर नहीं लड़ेंगे, और उनकी अगली राजनीतिक पारी एनडीए खेमे से शुरू हो सकती है।

‎पूर्व मंत्री की पत्नी, अब BJP की ओर झुकाव
‎विभा देवी, राजद के पूर्व विधायक और बिहार सरकार में श्रम राज्य मंत्री रह चुके राजवल्लभ यादव की पत्नी हैं। 2020 में उन्होंने RJD के टिकट पर नवादा से चुनाव जीतकर विधायक बनीं थीं। पिछले कुछ वर्षों से विभा देवी की BJP नेताओं के साथ बढ़ती नजदीकियां, खासकर अगस्त 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गया रैली में मंच साझा करना, राजद के भीतर संदेह का कारण बना।‎राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उन्हें टिकट कटने की आशंका थी, और परिवार की NDA से नजदीकी ने इस फैसले को जल्दबाज़ी में बदल दिया। अब माना जा रहा है कि वे नवादा सीट से BJP के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।

‎जनता की नाराजगी और पार्टी का दबाव
वहीं ‎प्रकाश वीर, जिन्होंने रजौली (SC) सीट से RJD के टिकट पर 2020 में जीत हासिल की थी, दलित समुदाय के प्रतिनिधि माने जाते थे। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान सड़क, सिंचाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर काम किया, लेकिन स्थानीय स्तर पर उनके प्रति असंतोष बढ़ता गया।अगस्त 2025 में एक वायरल वीडियो में RJD कार्यकर्ता तेजस्वी यादव से उनके टिकट को लेकर नारेबाज़ी करते दिखे “ओ तेजस्वी भैया... प्रकाश वीर को हटाना होगा!”‎यह घटना RJD के अंदर चल रहे तनाव की ओर इशारा करती है। साथ ही, प्रकाश वीर की पीएम मोदी के कार्यक्रम में उपस्थिति ने उनके BJP में शामिल होने की अटकलों को बल दिया है।

‎राजद की एकता पर सवाल, NDA को संजीवनी?
बता दें कि ‎‎इन दो इस्तीफों ने चुनाव से ठीक पहले RJD की अंदरूनी एकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। महागठबंधन की ओर से जहां सीट बंटवारे पर अभी भी खींचतान जारी है, वहीं NDA तेजी से अपने पाले को मजबूत करता नजर आ रहा है।राजनीतिक पंडितों का कहना है कि इन इस्तीफों से एक ओर जहां BJP को सामाजिक समीकरण साधने में मदद मिलेगी, वहीं RJD के लिए यह समय डैमेज कंट्रोल का है। विभा देवी और प्रकाश वीर के इस्तीफे इस बात का संकेत हैं कि जमीनी पकड़ और राजनीतिक भविष्य की चिंता नेताओं को नए समीकरणों में फिट होने को मजबूर कर रही है।