राजद में टूट जारी: अशोक कुमार गुप्ता का इस्तीफा, पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप
बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल में टूट का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार को पूर्व डीजी अशोक कुमार गुप्ता ने प्रदेश राजद बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी। उन्होंने अपना त्यागपत्र प्रदेश राजद अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को ..
बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल में टूट का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार को पूर्व डीजी अशोक कुमार गुप्ता ने प्रदेश राजद बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी। उन्होंने अपना त्यागपत्र प्रदेश राजद अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को भेज दिया है।
पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप
इस्तीफे के बाद अशोक कुमार गुप्ता ने पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राजद में कार्यकर्ताओं को न तो सम्मान मिलता है और न ही उनकी बात सुनी जाती है। छोटे कार्यकर्ताओं की अनदेखी तो आम है ही, पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी जमीनी कार्यकर्ताओं की समस्याओं के प्रति संवेदनशील नहीं है। अन्य दलों में जहां कार्यकर्ताओं को महत्व दिया जाता है, वहीं राजद में ऐसी राजनीतिक संस्कृति का अभाव साफ दिखता है।उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने ‘ए टू जेड’ और ‘बाप का नारा’ जरूर दिया, लेकिन टिकट वितरण के दौरान इन नारों को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया।
खरमास के बाद लेंगे निर्णय
अशोक गुप्ता ने स्पष्ट किया कि वे अपनी आगे की राजनीतिक राह किस दल के साथ तय करेंगे, इसका निर्णय खरमास के बाद लेंगे।गौरतलब है कि हालिया विधानसभा चुनाव में राजद को भारी नुकसान उठाना पड़ा। 143 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद पार्टी केवल 25 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी। महागठबंधन को कुल 35 सीटें मिलीं, जिनमें से 22 सीटों पर जीत का अंतर 10 हजार मतों से भी कम रहा। बता दें कि चुनाव परिणामों के बाद राजद में बढ़ता असंतोष और लगातार हो रहे इस्तीफे पार्टी के लिए गंभीर चुनौती बनते दिख रहे हैं।













