बिहार परिवहन विभाग में बड़े अधिकारीयों के नाम पर चल रहा अवैध उगाही का काम, कुछ चलंत सिपाहियों के चलते बदनाम हो रहा है परिवहन विभाग 

बिहार परिवहन विभाग में बड़े अधिकारीयों के नाम पर चल रहा अवैध उगाही का काम, कुछ चलंत सिपाहियों के चलते बदनाम हो रहा है परिवहन विभाग 

PATNA : देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ बिहार परिवहन विभाग के हर उस मुद्दे को आप लोगों के सामने लेकर आता है, जिससे सीधा सरोकार आम जनता और सम्बंधित लोगों को है. आए दिन परिवहन विभाग में हो रहे अवैध उगाही की खबर तो सामने आती है, लेकिन आज देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ के पास एक ऐसी खबर है जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे. 

आपको बता दे, बिहार परिवहन विभाग के ही कुछ चलंत दस्ता सिपाहियों के द्वारा परिवहन विभाग के बड़े अधिकारियों के नाम पर पैसे की उगाही की जा रही है. जी हां, आपने सही सुना. कुछ बिहार परिवहन विभाग के ही सिपाही बड़े अधिकारियों के नाम पर पैसे की लेनदेन कर रहे हैं. पटना में कार्यरत प्रधान सहायक संतोष कुमार और बड़े अधिकारीयों के नाम पर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया जिसका नाम 'चलन्त दस्ता एक हो' रखा गया है पूरे रुपये की लेनदेन इसी ग्रुप में आये QR कोड पर की गई है इस मामले में जिन परिवहन सिपाहियों का नाम सामने आया रहा है उनका नाम है - सचिन कुमार सासाराम के, मनीष कुमार पटना के, कस्तूरी रंगराजन लखीसराय के और किशोर कुमार मुजफ्फरपुर और भी कई सिपाहियों का नाम सामने आ रहे है.

 

इन आरोपी सिपाहियों ने बहुत ही शातिर तरिके से अपने विभाग के सिपाहियों को राशन मनी भत्ता का लाभ देने के नाम पर, सभी चलंत दस्ता सिपाही से 1500 रूपये की मांग की है. उनका कहना था कि,आप सभी सिपाही डेढ़ हजार रुपए देंगे तो, आपको हर महीने राशन मनी भत्ता का लाभ 3000 रूपये दिया जाएगा. सिपाही सचिन, मनीष, कस्तूरी रंगराजन, किशोर कुमार का कहना है कि, इसके लिए परिवहन के बड़े अधिकारीयों से बात हो चुकी है. फाइल आगे बढ़ चुकी है. ऐसा करके ये चलंत दस्ता सिपाहियों ने करीब चार लाख की उगाही की है.  

देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ के पास इस मामले का हर वह साक्ष मौजूद है, जो चीख-चीख बयां कर रहा है कि, बिहार परिवहन विभाग में कुछ तो गलत चल रहा है. आपको बता दें, इस ग्रुप में QR कोड भी दिया गया है और उस पर लिखा गया है कि, सहयोग राशि इसी पर प्राप्त की जा रही है. इसमें एक नंबर भी सामने आ रहा है, जिसका नंबर 8544353491 है. इसी पर पैसे की लेनदेन की गई है. देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ भी चाहता है कि, इस मुद्दे पर बिहार परिवहन विभाग के बड़े अधिकारी निष्पक्ष जांच करें और दोषी पाए जाने पर सभी आरोपी सिपाहियों पर सख्त कार्रवाई करें. इससे सम्बंधित सभी खबर एवं साक्ष को देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ के यूट्यूब चैनल एवं फेसबुक पेज पर भी देखा जा सकता है.

पूरी खबर को देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें...
https://www.youtube.com/watch?v=jk5VMcFdxig&t=309s

REPORT - KUMAR DEVANSHU