गया डोभी चेकपोस्ट पर किन्नर से की गई छेड़खानी, मामला हुआ कोर्ट में दर्ज
GAYA : गया का डोभी चेकपोस्ट ऐसे तो कई कारनामा से जाना जाता है, लेकिन आज जो खबर हम आपको बताने जा रहे हैं. उस खबर में इस बार तो गया का डोभी चेकपोस्ट अराजकता और अश्लील हरकत करने में अव्वल नंबर पा चुका है. आप जरा सोचिए, जो सड़क किनारे ताली बजाकर आपको दुआ देकर, आपसे कुछ पैसा मागंते है और आप खुशी-खुशी देकर आशीर्वाद लेते हैं और आप अपना गाड़ी बढ़ा देते है. आपके दिए गए पैसे से वह लोग अपना जीवन यापन करते हैं. ऐसा करना कोई गलत बात भी नहीं है, लेकिन जब इंसान का नजर खराब हो जाए और वह उन नाचने गाने वाले के साथ कुछ अश्लील हरकत करने लगे तो यह सही नहीं है.
जी हां, ऐसा ही एक मामला सामने आया है, बिहार के गया के डोभी चेकपोस्ट से. जहां एक किन्नर को बुलाकर उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की गई है और जब किन्नर ने इसका विरोध किया तो उसके कपड़े तक फाड़ दिए गए है और उसे जान से मारने और झूठे केस में फंसाने की बात कही गई है. आपको बता दे, उस किन्नर की पहचान 22 वर्षीय मुस्कान के रूप में की गई है. जो बिहार के गया के बाराचट्टी की रहने वाली है.
अभी हाल में ही किन्नर मुस्कान ने पटना हाई कोर्ट के वरिष्ठ वकील शिवनंदन भारती के पास पहुंची और न्याय की गुहार लगाई है. किन्नर मुस्कान ने अपने आवेदन में बताया है कि, वह डोभी चेक पोस्ट पर सड़क के किनारे भिक्षाटन कर कई वर्षों से अपना जीवन चल रही है. इसी क्रम में दिनांक 30 अगस्त 2024 शाम करीब 6 से 7 बजे वह अकेले ही चेक पोस्ट पर भिक्षाटन कर रही थी, तभी चेकपोस्ट पर कार्यरत ADTO संजय टाइगर एवं डोभी चेक पोस्ट का बड़ा बाबू सूरज तथा गोपाल मिश्रा और RTO वसंत इत्यादि सभी मिलकर मुस्कान किन्नर से छेड़खानी करने लगे. मुस्कान किन्नर ने आवेदन में यह भी बताया है कि, संजय टाइगर बुरी नीयत से मेरे सीने पर जबरदस्ती हाथ रखकर, मेरे प्राइवेट पार्ट को छूने लगा. जब मैं इसका विरोध किया तो संजय टाइगर अपने साथी गोपाल मिश्रा और बड़ा बाबू सूरज को बोला कि, इसको निर्वस्त्र करो. इससे मजा लेते हैं. इतना सुनते ही दोनों व्यक्ति ने मेरा कपड़ा फाड़ कर अर्धनग्न कर दिया तथा उसके साथ संजय टाइगर अपने दोनों हाथ से मेरे सीने पर रखकर गलत हरकत करने लगा, क्योंकि यह लोग सरकारी कर्मचारी है तथा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए हमेशा हम लोगों के साथ बदतमीजी और निर्लजता पूर्ण कार्य बहुत ही निडरता पूर्वक करते हैं.
इन लोगों के इस हरकत को देखकर जब कुछ लोग जमा होने लगे तो, सबको डांट कर भगा दिया तथा मुझे धमकी दी. अगर हम लोग को खुश करके नहीं रखोगी तो झूठा मुकदमा करके जेल में डाल देंगे. जिससे मैं काफी डर गई, लेकिन मैंने हिम्मत करके जब इसकी शिकायत बाराचट्टी थाना प्रभारी से की तो, उन लोगों के प्रभाव में आकर केस लेने से इनकार कर दिया. जब मुझे लगा कि, थाना में मेरा FIR नहीं दर्ज होगा तो, मैं पटना हाई कोर्ट के सीनियर वकील शिवनंदन भारती के पास पहुंची और उन्होंने मेरी सारी बातें सुनने के बाद कोर्ट में केस दर्ज करवाया है. अब मुझे उम्मीद है कि, जल्द ही मुझे इंसाफ मिल जाएगा.
अब जरा सोचिए, इस मुस्कान ने तो बिना डर के यह फैसला लिया और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, लेकिन ऐसी कितनी मुस्कान और भी होगी जो ऐसी मानसिकता वाले भ्रष्ट अधिकारियों के चपेट में रहती होगी और डर से वह न्याय तक नहीं मांग पाती होगी. ये हमारे सिस्टम को समझना होगा.
REPORT - KUMAR DEVANSHU