भागलपुर में बदमाशों ने छात्रा को चलती ट्रेन से दिया धक्का, बहन बोली-RPF मदद करती तो जिंदा होती

भागलपुर के सबौर में बदमाशों ने एक दिल दहला देने वाले घटना को अंजाम दिया है। बदमाशों ने मंगलवार सुबह छात्रा को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। ट्रेन से गिरने की वजह से छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। मौके पर ही करीब एक घंटे तक एंबुलेंस के इंतजार में छात्रा ने दम तोड़ दिया।छात्रा के पिता और छोटी बहन ने सबौर रेलवे पुलिस...

भागलपुर में बदमाशों ने छात्रा को चलती ट्रेन से दिया धक्का, बहन बोली-RPF मदद करती तो जिंदा होती

भागलपुर के सबौर में बदमाशों ने एक दिल दहला देने वाले घटना को अंजाम दिया है। बदमाशों ने मंगलवार सुबह छात्रा को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। ट्रेन से गिरने की वजह से छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। मौके पर ही करीब एक घंटे तक एंबुलेंस के इंतजार में छात्रा ने दम तोड़ दिया।छात्रा के पिता और छोटी बहन ने सबौर रेलवे पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'हमने एक घंटे तक लगातार RPF जवानों से मदद मांगी लेकिन वे मदद के नाम पर सिर्फ इतना कहते रहे कि इंतजार कीजिए, एंबुलेंस आ रही है।'छात्रा की पहचान खगड़िया की रहने वाली 21 साल की काजल के रूप में हुई है।

रेल पुलिस और प्रशासन मूक दर्शक बनी रही

बता दें कि जब इस घटना के संबंध में मालदा डिवीजन के DRM मनीष कुमार गुप्ता से बातचीत के लिए संपर्क किया गया, तो उनके PRO ने फोन रिसीव किया। उन्होंने कहा कि 'DRM सर की मीटिंग चल रही है। शाम चार बजे के बाद मीटिंग खत्म होगी, इसके बाद आप बात कर लीजिएगा।वहीं मृतका के परिजनों ने कहा कि पूरी घटना में रेल पुलिस और प्रशासन मूक दर्शक बनी रही। किसी ने मदद करने की कोशिश नहीं की। मृतका की छोटी बहन ने बताया कि घटना के बाद काजल काफी देर तक जमीन पर तड़पती रही लेकिन मदद के लिए ना तो कोई रेल पुलिस आया और ना ही रेलवे प्रशासन ने सहयोग किया।

घटना के बाद छात्रा के पिता सुनील ने बताया-.. 

घटना के बाद छात्रा के पिता सुनील ने बताया- 'मैं अपनी 2 बेटियों काजल, जया, बेटे और पत्नी के साथ असम में कामाख्या मंदिर पूजा के लिए गया था। सुबह गया-कामाख्या एक्सप्रेस से लौट रहे थे। हमें खगड़िया के लिए ट्रेन पकड़नी थी और हमारा रिजर्वेशन भागलपुर तक था। भागलपुर स्टेशन से पहले ट्रेन सबौर रेलवे स्टेशन पर रुकी थी। हम लोग भी उतरने के लिए सामान वगैरह समेटने लगे। बेटी के पास एक बैग था, जिसमें मोबाइल और एटीएम वगैरह था। बैग लेकर एक चोर चलती ट्रेन से नीचे कूद गया। बेटी भी चोर को पकड़ने के लिए उसके पीछे भागी।चोर का एक साथी था, जो पीछे थे। बेटी और हम लोग उसे देख नहीं पाए, न ही समझ पाए कि वो भी चोर के साथ है। बेटी जैसे ही चोर को पकड़ने गई, पीछे से चोर के साथी ने उसे ट्रेन से धक्का दे दिया, जिससे वो प्लेटफार्म पर गिर गई।