पटना में मदरसा शिक्षकों का हंगामा, नीतीश कुमार के सामने पेंडिंग वेतन और अधूरे वादों को लेकर जमकर भड़के
बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के 100वीं वर्षगांठ कार्यक्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शिक्षकों के गुस्से का सामना करना पड़ा। पटना के बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में मदरसा शिक्षकों ने पेंडिंग वेतन और अधूरे वादों को लेकर जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने मुस्लिम समुदाय को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं की। लोग मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन नहीं दे पाए। इसके बाद उन लोगों ने हंगामा शुरू कर,,......

बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के 100वीं वर्षगांठ कार्यक्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शिक्षकों के गुस्से का सामना करना पड़ा। पटना के बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में मदरसा शिक्षकों ने पेंडिंग वेतन और अधूरे वादों को लेकर जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने मुस्लिम समुदाय को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं की। लोग मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन नहीं दे पाए। इसके बाद उन लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
भाषण के बाद भड़के शिक्षक
सीएम नीतीश कुमार के भाषण खत्म होते ही मदरसा शिक्षक पर्चे लहराते हुए विरोध करने लगे। उनका आरोप है कि—2011 में नीतीश कुमार ने वादा किया था 2459 प्लस वन मदरसे को तनख्वाह देंगे। उनमें से 1659 मदरसे बच गए हैं। इतने सालों से हम भुखमरी की कगार पर हैं।'आज इन मदरसों को लेकर घोषणा होनी थी और यही बोलकर बुलाया गया था। CM नीतीश ने अपने भाषण के दौरान कुछ भी घोषणा नहीं की।'जैसे ही उनका भाषण खत्म हुआ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद सीएम ने कहा- कोई समस्या है तो बताइए, समाधान होगा। मुख्यमंत्री ने मदरसा शिक्षकों से ज्ञापन लिया।
सीएम ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां
वहीं सीएम नीतीश ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहले की सरकार में कोई काम नहीं होता था। 2005 से पहले मुस्लिमों का हाल तो और बुरा था। हमारी सरकार आई तो हमनें कब्रिस्तान की घेराबंदी करवाई है। मदरसा के शिक्षकों को सरकारी शिक्षक जितना वेतन दिया जा रहा है। सीएम ने कहा कि 1989 में भागलपुर में दंगा हुआ था। जब हमलोगों की सरकार बनी तो हमने इस मामले में जांच करके कार्यवाई की और सजा दिलाई। मुस्लिम पीड़ितों को हमने मुआवजा भी दिया। हमने मुस्लिम महिलाओं के हक के लिए भी काम किया है।सीएम ने कहा कि हमने तलाक शुदा महिलाओं के लिए भत्ता दिया है। आज इसकी राशि 24 हज़ार रुपये महीने कर दिया गया है।नीतीश कुमार ने मुसलमानों से अपील की कि महिलाओं को तलाक ना दें।