पटना में नवरात्र:,दक्षिण भारत की झलक और वृंदावन प्रेम मंदिर जैसा पंडाल, 35 असुरक्षित पंडालों पर सुरक्षा अलर्ट

शारदीय नवरात्र पर राजधानी पटना का माहौल भक्तिमय हो चुका है।  राज्य की राजधानी पटना में शहर के पुराने और नए पंडाल भक्तों का ध्यान खींच रहे हैं। वहीं गोला रोड मोड़ पर इस बार बनने वाला पंडाल खास चर्चित है। यहाँ कर्नाटक विधानसभा और सचिवालय ‘विधान सौधा’ की भव्य प्रतिकृति बनाई गई है। पंडाल में मां दुर्गा का रौद्र रूप शेर पर सवार दिखाई देगा। इसकी ऊंचाई 75 फीट और चौड़ाई 70 फीट है। पश्चिम बंगाल के मधुपुर के कारीगरों की टीम ने अत्याधुनिक लाइटिंग और सजावट के जरिए पंडाल को दिव्य....

पटना में नवरात्र:,दक्षिण भारत की झलक और वृंदावन प्रेम मंदिर जैसा पंडाल, 35 असुरक्षित पंडालों पर सुरक्षा अलर्ट

शारदीय नवरात्र पर राजधानी पटना का माहौल भक्तिमय हो चुका है।  राज्य की राजधानी पटना में शहर के पुराने और नए पंडाल भक्तों का ध्यान खींच रहे हैं। वहीं गोला रोड मोड़ पर इस बार बनने वाला पंडाल खास चर्चित है। यहाँ कर्नाटक विधानसभा और सचिवालय ‘विधान सौधा’ की भव्य प्रतिकृति बनाई गई है। पंडाल में मां दुर्गा का रौद्र रूप शेर पर सवार दिखाई देगा। इसकी ऊंचाई 75 फीट और चौड़ाई 70 फीट है। पश्चिम बंगाल के मधुपुर के कारीगरों की टीम ने अत्याधुनिक लाइटिंग और सजावट के जरिए पंडाल को दिव्य रूप दिया है।

 दक्षिण भारत की झलक पटना में
आयोजकों का कहना है कि इस बार भक्तों को दक्षिण भारत की झलक पटना में ही देखने को मिलेगी।यहां देवी को रौद्र रूप में शेर पर सवार दिखाया जाएगा। महिषासुर का वध करती मां दुर्गा की यह प्रतिमा न केवल भक्ति का अद्वितीय उदाहरण होगी बल्कि यह संदेश भी देगी कि बुराई पर अच्छाई की हमेशा जीत होती है।वहीं पटना के संपतचक बाजार में इस साल दुर्गा पूजा का पंडाल वृंदावन के प्रेम मंदिर की तरह बन रहा है। पंडाल की ऊंचाई 110 से 115 फीट है। इसका निर्माण पश्चिम बंगाल के जामताड़ा से आए मुस्लिम कारीगरों की टीम कर रही है।पंडाल निर्माण में लगभग 35 से 40 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान है। इस राशि के लिए बाजार के व्यापारियों और समाजसेवियों ने स्वेच्छा से चंदा दिया है। 

वृंदावन के प्रेम मंदिर जैसा पंडाल
मिली जानकारी के मुताबिक पंडाल निर्माण के हेड कारीगर मोहम्मद इकराम के नेतृत्व में 50-60 कारीगरों की टीम पिछले दो महीने से काम कर रही है। दो से तीन दिनों में पंडाल पूरी तरह तैयार हो जाएगा।युवा मंडली संपतचक बाजार पूजा समिति के प्रभारी मुकेश कुमार के अनुसार, पिछले साल भी यहां का पंडाल पटना के सबसे ऊंचे पंडालों में शामिल था। इस बार पूजा समिति ने वृंदावन के प्रेम मंदिर जैसा पंडाल बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए जामताड़ा के कारीगरों से संपर्क किया गया।

 35  पंडाल सेफ्टी के लिहाज से असुरक्षित
बता दें कि पटना में इस बार 525 पंडाल बनाए गए हैं। इसमें से 35 सेफ्टी के लिहाज से असुरक्षित हैं। इन्हें खतरनाक पंडालों की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे सभी पंडालों को 3 दिनों के अंदर मापदंड पूरा करने के नोटिस भेजे गए हैं।जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज नट ने बताया कि इसमें अधिकतर ऐसे पंडाल हैं, जिसमें लूज वायरिंग, ओवर वायरिंग, संकीर्ण रास्ते की वजह से परेशानी आ रही है, जो सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं हैं।

सुरक्षा और अग्निशमन तैयारी
इसके लिए ग्रामीण और शहरी इलाके के बिजली विभाग को भी लटक रहे या झूल रहे, नग्न तारों को दुरुस्त करने के लिए लेटर लिखा गया है।मनोज नट ने बताया कि दुर्गा पूजा में होने वाली भीड़ और उससे उत्पन्न होने वाली चुनौतियों को देखते हुए 80 अग्निशमन के वाहनों को पूरे प्रोटेक्टिव उपकरण के साथ अलर्ट मोड में रखा गया है।बता दें कि  नवरात्र केवल धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह अच्छाई पर बुराई की विजय, त्याग और भक्ति का संदेश भी देता है। भक्त इस दौरान मां दुर्गा से शक्ति, धैर्य और ज्ञान प्राप्त करते हैं।