पटना DTO कार्यालय बना दलालों का अड्डा, कंप्यूटर ऑपरेटर ने दलाल की बात नहीं मानी तो कार्यालय के गेट पर जड़ दिया तमाचा

PATNA : पटना के DTO कार्यालय में दलालों का साम्राज्य हो गया है. देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ बार-बार इस मुद्दे को लेकर सभी को आगाह करता रहा है. पटना का डीटीओ कार्यालय दलालों का अड्डा बन चुका है और यह दलाल इतने प्रभावशाली है कि, वह किसी से कार्यालय के अंदर नहीं डरते हैं और कर्मचारी उनकी बात नहीं मानते हैं तो उनके साथ मारपीट की घटना को भी अंजाम देते हैं.
ऐसा ही एक मामला पटना डीटीओ कार्यालय से सामने आ रहा है. जहां दलाल ने पटना DTO कार्यालय में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर को कार्यालय के गेट के बाहर तमाचा जड़ दिया है. सूत्र बताते हैं कि पप्पू ऑपरेटर ने बिना लाभ लिए काम करने से इंकार कर दिया. जिससे मामला बढ़ गया.ऑफिस से काम निबटाकर ऑपरेटर पप्पू दफ्तर के बाहर पहुंचा, इसके बाद दलाल दिनेश यादव ने कर्मी पप्पू के साथ मारपीट शुरू कर दी. कर्मी पप्पू ने इसकी जानकारी डीटीओ कार्यालय के दूसरे कर्मचारियों को दी. इसके बाद हड़कंप मच गया.
इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश शुरू हुई. किसी तरह से मैनेज किया जा रहा है.बात बाहर न जाए, इसका भी ख्याल रखा जा रहा है. क्योंकि दलाल है तभी तो दफ्तर में हरियाली है. सूत्र यह भी बताते हैं कि, डीटीओ कार्यालय के अधिकारियों का संरक्षण इन दलालों को है. यह दलाल सरकारी कर्मी की तरह काम करते हैं. दो-तीन दलाल (संज#-गुड्#) तो ऐसे हैं. जो पटना डीटीओ कार्यालय में काफी ताकतवर है. इतना ही नहीं उनके बैठने के लिए अलग से छत पर व्यवस्था की गई है.
जब पटना डीटीओ कार्यालय में इस तरीके की अराजकता है तो कैसे कोई नियम से काम कर सकता है. दलाल मोटा रकम लाकर अधिकारियों को देता है. जिसके कारण उन दलालों का मन इतना बढ़ गया है कि, वह पटना डीटीओ के कर्मियों को कुछ नहीं समझते हैं और उनके साथ मारपीट जैसी घटना को भी अंजाम देते हैं.
अब देखना होगा कि, इस मामला के सामने आने के बाद जिला परिवहन पदाधिकारी इस पूरे मामले में क्या करते हैं? और कैसे पटना डीटीओ कार्यालय को दलालों से मुक्त कराते हैं.
REPORT - KUMAR DEVANSHU