बिहार चुनाव से पहले पवन सिंह को मिली Y कैटेगरी सुरक्षा,11 कमांडो रहेंगे साथ, सुरक्षा का पूरा इंतजाम

बिहार चुनावी माहौल के बीच भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को केंद्र सरकार द्वारा Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, यह सुरक्षा उनके हाल के दिनों में बढ़ते सार्वजनिक और राजनीतिक आयोजनों को ध्यान में रखकर मंजूर की गई है।सूत्रों ने बताया कि अब पवन सिंह के साथ कम से कम 11 सशस्त्र कमांडो तैनात रहेंगे, जो उनके आने-जाने और सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा......

बिहार चुनाव से पहले पवन सिंह को मिली Y कैटेगरी सुरक्षा,11 कमांडो रहेंगे साथ, सुरक्षा का पूरा इंतजाम

बिहार चुनावी माहौल के बीच भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को केंद्र सरकार द्वारा Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, यह सुरक्षा उनके हाल के दिनों में बढ़ते सार्वजनिक और राजनीतिक आयोजनों को ध्यान में रखकर मंजूर की गई है।सूत्रों ने बताया कि अब पवन सिंह के साथ कम से कम 11 सशस्त्र कमांडो तैनात रहेंगे, जो उनके आने-जाने और सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

पवन सिंह को मिली थी धमकी
पवन सिंह को Y कैटेगरी सुरक्षा मिलना राजनीतिक और सुरक्षा दोनों दृष्टियों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।पवन सिंह की सुरक्षा को लेकर यह कदम उनकी हाल की गतिविधियों और बढ़ते राजनीतिक प्रभाव के मद्देनज़र उठाया गया है।बता दें कि सितंबर महीने में बाबा खान के गुंडों ने पवन सिंह को खुलेआम धमकी दी थी। इस धमकी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें बाबा खान के गुंडे कहते नज़र आया था कि दम है तो बाबा खान के सामने आकर कुछ बोलकर दिखाओ। वीडियो सामने आने के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने खतरे की गंभीरता का आकलन किया और गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेजी। इसी रिपोर्ट के आधार पर पवन सिंह को Y कैटेगरी सिक्योरिटी दी गई। 

 राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम
बता दें कि, भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। उनकी वापसी दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और उपेंद्र कुशवाहा की मौजूदगी में हुई। यह कदम बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है।खबरों की माने तो बीजेपी अब पवन सिंह को आरा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतार सकती है। पार्टी को उम्मीद है कि उनकी एंट्री शाहाबाद क्षेत्र (भोजपुर, बक्सर, कैमूर और रोहतास) की 22 सीटों पर असर डालेगी।

निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा 
पवन सिंह का संबंध भोजपुर के बरहरा से है, जहां राजपूत और लव-कुश (कुर्मी-कोइरी) वोटरों की संख्या अधिक है।बता दें कि 2024 लोकसभा चुनाव में जब बीजेपी ने पवन सिंह का टिकट वापस ले लिया था, उन्होंने काराकट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और कुशवाहा को पीछे छोड़ दिया था।अब पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा की जोड़ी की तस्वीरें यह संकेत दे रही हैं कि बीजेपी नए समीकरणों के साथ चुनावी रणनीति को मजबूत कर रही है।