अवैध बालू खनन पर पुलिस प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई, माफियाओं द्वारा हथियार छिनने की कोशिश, एक तस्कर गिरफ्तार
पुलिस प्रशासन ने झारखंड बॉर्डर से सटे बांका जिले के धोरैया थाना क्षेत्र अंतर्गत फत्तूचक गांव में गेरुआ नदी से हो रहे अवैध बालू खनन पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। एसडीएम अविनाश कुमार और एसडीपीओ अर्चना कुमारी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई के दौरान बालू माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला भी कर दिया। साथ ही एक जवान के साथ मारपीट की गई।उसकी राइफल छीनने ...

पुलिस प्रशासन ने झारखंड बॉर्डर से सटे बांका जिले के धोरैया थाना क्षेत्र अंतर्गत फत्तूचक गांव में गेरुआ नदी से हो रहे अवैध बालू खनन पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। एसडीएम अविनाश कुमार और एसडीपीओ अर्चना कुमारी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई के दौरान बालू माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला भी कर दिया। साथ ही एक जवान के साथ मारपीट की गई।उसकी राइफल छीनने की भी कोशिश की गई। इस दौरान कई माफिया ट्रैक्टर समेत मौके से फरार हो गए। हालांकि, एक ट्रैक्टर जब्त किया गया और झारखंड के पचुआकित्ता गांव निवासी सोनू यादव को गिरफ्तार किया गया है।
माफियाओं ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया
प्राप्त जानकारी के अनुसार, झारखंड के गोड्डा जिले के बसंतराय थाना क्षेत्र के कई गांवों से लोग गेरुआ नदी में घुसकर अवैध रूप से बालू निकाल रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर प्रशासनिक दल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा, जहां करीब 70 ट्रैक्टर और 250 से अधिक मजदूर अवैध खनन में लिप्त पाए गए।छापेमारी के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब माफियाओं ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।
पुलिस पर हमले को लेकर एफआईआर दर्ज
वहीं मौके पर पहुंचे माइनिंग इंस्पेक्टर कुमार रंजन ने बताया कि बिहार और झारखंड की सीमाओं का स्पष्ट सीमांकन न होने के कारण इस क्षेत्र में अवैध खनन रोकने में दिक्कत आ रही है। हालांकि, जहां से खनन हो रहा था वह बिहार की सीमा में आता है। प्रशासन ने दोनों राज्यों से सीमांकन कराने की सिफारिश की है।एसडीएम अविनाश कुमार ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए झारखंड प्रशासन से संपर्क किया गया है और पूरे प्रकरण की संयुक्त जांच की जाएगी। पुलिस पर हमले को लेकर एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।