कटिहार में लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्वेता मिश्रा के ठिकानों पर SVU की छापेमारी, मचा हड़कंप, रिश्वत मांगने समेत अन्य गंभीर आरोप

कटिहार से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU)की टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में कटिहार के मनिहारी में पोस्टेड लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्वेता मिश्रा के ठिकानों पर गुरूवार को छापेमारी की है। पटना से पहुंची टीम ने भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोपों में घिरी अफसर श्वेता...

कटिहार में लोक शिकायत  निवारण  पदाधिकारी श्वेता मिश्रा के ठिकानों पर SVU की छापेमारी, मचा हड़कंप, रिश्वत मांगने समेत अन्य गंभीर आरोप
Shweta Mishra

कटिहार से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU)की टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में कटिहार के मनिहारी में पोस्टेड लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्वेता मिश्रा के ठिकानों पर गुरूवार को छापेमारी की है। पटना से पहुंची टीम ने भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोपों में घिरी अफसर श्वेता मिश्रा के ठिकानों पर दबिश दी है। फिलहाल टीम के सदस्य छापेमारी मे जुटे हैं और संपत्ति का आकलन किया जा रहा है। पूर्व में आरा सदर की भूमि सुधार उपसमाहर्ता रही श्वेता पर रिश्वत मांगने समेत अन्य गंभीर आरोप हैं।

श्वेता मिश्रा ने बड़े स्तर पर काली कमाई की है

बता दें कि कटिहार में उनके सरकारी ऑफिस, र्मिचाबाड़ी इलाके में सर्किट हाउस के पास उनके किराए के घर में ये कार्रवाई चल रही है।इसके अलावा पटना के शास्त्रीनगर की AG कॉलोनी में आराध्या मेंशन अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 202 में रेड चल रही है। यूपी के प्रयागराज सदर स्थित देव प्रयागम ऐरोबो संगम वाटिका के हाउस नंबर 144 में भी छापेमारी चल रही है। यह घर भी श्वेता का ही है। टीम को श्वेता इसी घर पर मिली हैं। बता दें कि  टीम बनाकर एजेंसी ने श्वेता मिश्रा के खिलाफ जांच शुरू की। इसी जांच में पता चला कि सरकार से मिलने वाली सैलरी के अलावा श्वेता मिश्रा ने बड़े स्तर पर काली कमाई की है।जो वैध आमदनी से 84.34 प्रतिशत ज्यादा है। जब उसका आकलन किया गया तो इनके पास 80 लाख 11 हजार 659 रुपए से अधिक की संपत्ति मिली।

रिश्वत मांगने और अनियमित कार्यप्रणाली जैसे गंभीर आरोप 

दरअसल, राजस्व विभाग की पूर्व पदाधिकारी श्वेता मिश्रा के खिलाफ चल रही जांच के तहत उनके घर और कार्यालय पर तलाशी ली जा रही है। इससे पहले उन्हें आरा सदर की भूमि सुधार उपसमाहर्ता के पद से हटाकर कटिहार के मनिहारी अनुमंडल में लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नियुक्त किया गया था। श्वेता मिश्रा पर रिश्वत मांगने और अनियमित कार्यप्रणाली जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि उन्होंने दाखिल-खारिज के आवेदन पास करने के बदले रिश्वत की मांग की थी। इसके अलावा, उन्होंने बिना सूचना के अपील मामलों की सुनवाई कर उन्हें रद्द कर दिया था।

जानबूझकर गलत स्थान पर दस्तावेज भेजे थे

एक अन्य आरोप के अनुसार, उन्होंने जानबूझकर गलत स्थान पर दस्तावेज भेजे थे। उदाहरण के तौर पर, निम्न न्यायालय के आदेश की छाया प्रति अंचल अधिकारी आरा सदर के बजाय अंचल अधिकारी उदवंत नगर को भेज दी गई थी। राजस्व विभाग के अनुसार, श्वेता मिश्रा पर बाहरी व्यक्तियों की मदद से विभागीय कार्य कराने का भी आरोप है। वहीं इससे पहले भी हुई थी कार्रवाई- कटिहार में अनुमंडल लोकशिकायत पदाधिकारी के पद पर कार्यरत किशनगंज जिले के ठाकुरगंज नगर पंचायत के वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी पर भी जहानाबाद पोस्टिंग रहने के दरमियान इस तरीका का मामला सामने आया था