सासाराम के जावेद आलम फिटनेस सेंटर ने किया फर्जीवाड़ा, लाखों रूपये के फाइन वाले गाड़ी का बना फिटनेस 

सासाराम के जावेद आलम फिटनेस सेंटर ने किया फर्जीवाड़ा, लाखों रूपये के फाइन वाले गाड़ी का बना फिटनेस 

SASARAM : अभी हाल में ही देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ ने एक खबर बहुत ही प्रमुखता से चलाई थी. जिसमें बिहार में चल रहे फर्जी फिटनेस सेंटरों की पोल खोली थी. हमारे खबर का असर भी हुआ और विभाग ने बिहार में चल रहे कई फर्जी फिटनेस सेंटरों को बंद भी किया. अब ऐसा ही एक और फिटनेस सेंटर के बारे में देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ को खबर लगी है. जहां अवैध तरीके से फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जा रहा है.

 

देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ के पास एक गाड़ी की जानकारी आई है, जिसका नंबर UP16BT4995 है. उस गाड़ी पर करीब 1 लाख रुपए का जुर्माना लगा हुआ है. उसके बावजूद भी ATS सेंटर 50071 जावेद आलम स्टेट बिहार के द्वारा फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया है. देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ के पास हर वह तथ्य मौजूद है. जिससे यह साबित हो रहा है कि, इस गाड़ी पर इतना फाइन होने के बावजूद भी इसको फिटनेस सर्टिफिकेट दे दिया गया है? इन फिटनेस सेंटरों को सिर्फ 38A देने का काम है, लेकिन यह लोग MVI के द्वारा जो सर्टिफिकेट दिया जाता है उसको भी ऐसे फिटनेस सेंटर जारी कर देते हैं.

 

अब जरा सोचिए, जिस गाड़ी पर लाखों रुपए का जुर्माना है. उसके बावजूद वह गाड़ी सड़क पर चल रही है, तो इससे विभाग को कितना फायदा हो रहा होगा? अगर विभाग के द्वारा यह फिटनेस सर्टिफिकेट बनाया जाता तो कम से कम विभाग को एक गाड़ी पर 200 रूपये भी मिलते और साथ के साथ जो भी फाइन इस गाड़ी के ऊपर था, वह भी वसूल लिया जाता है, लेकिन चंद पैसों के लिए ऐसे ATS सेंटर फर्जी तरीके से फिटनेस सर्टिफिकेट दे रहे हैं.

 

आपको बता दे, जो भी इस तरीके से फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट बना रहे हैं. वह भी सचेत रहिए, क्योंकि आपका फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट आपको कोई भी लाभ विभाग और इंशोरेंस के द्वारा नहीं दिला सकता है. परिवहन विभाग को भी इस मामले को संज्ञान में लेना चाहिए और पता करना चाहिए कि, आखिर कहां फेल होने की वजह से ऐसे ATS सेंटर फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट दे रहे हैं. इससे राजस्व की तो चोरी हो ही रही है और सड़क पर चल रहे लोगों की जान का भी खतरा बना हुआ है. देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ विभाग के वरीय अधिकारियों से आग्रह करता है कि, आप इस गाड़ी (UP16BT4995) की जांच करें और यह पता लगाये कि, इतना फाइन होने के बावजूद भी ATS सेंटर 50071 जावेद आलम स्टेट बिहार के द्वारा कैसे फिटनेस सर्टिफिकेट दे दिया गया है?

REPORT - KUMAR DEVANSHU