जब सरकारी अस्पताल के डॉक्टर साहब का ट्रैफिक रूल की धज्जियाँ उड़ाता वीडियो वायरल हो गया, बाईक पर नर्स फार्मासिस्ट के संग ले रहे ज़िंदगी की सफर के मजे
पटना डेस्क : बिहार के रोहतास में डॉक्टर और उनके सहयोगी स्वास्थ्यकर्मियों का एक वीडियो सोशल प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है वायरल वीडियो में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित चिकित्सक डॉ. बीरेश कुमार एक बाइक पर ट्रिपल लोडिंग सवार हैं तथा फिल्मी गाने पर रील बना रहे हैं। बड़ी बात है कि बाइक चला रहे फार्मासिस्ट मोहम्मद शमीम के सिर पर हेलमेट भी नहीं है और उसी बाइक पर सबसे पीछे डॉक्टर साहब की नर्स रम्भा रश्मि भी सवार है।
दअरसल यह वायरल वीडियो जिले के सूर्यपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर का बताया जा रहा है वही उसी अस्पताल में पदस्थापित नर्स रंभा रश्मि ने खुद अपने इंस्टाग्राम पर यह रील पोस्ट किया है जिसमें लिखा है कि, राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम की ये टीम है। एक ही बाइक पर डॉक्टर, फार्मासिस्ट तथा नर्स सवार होकर रील बना रहे हैं तथा गाना बजाया जा रहा है कि "जिंदगी एक सफर है सुहाना... यहां कल क्या हो किसने जाना..." ।
बड़ी बात यह है कि अगर चलती बाइक पर रील बनाने के दौरान कोई दुर्घटना होती है तो जवाबदेह कौन होगा ? जबकि डॉक्टर, फार्मासिस्ट और नर्स यह तीनों एक जिम्मेदार पद पर हैं। बता दें कि जिले में चल रहे राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम से यह तीनों जुड़े हुए हैं और आए दिन एक ही बाइक पर सवार होकर टीकाकरण आदि के लिए विभिन्न गांवो में जाते रहते हैं। इस बार डॉक्टर साहब ने ये रील बनाया और उनकी नर्स रंभा रश्मि ने उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट भी कर दिया, जो तेजी से वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि सरकार के जिम्मेदार डॉक्टर, और स्वास्थ्य कर्मियों का कानून की धज्जियां उड़ाना कहां तक जायज है ? पहली गलती ये है कि, दोनों सरकारी पद पर होते हुए एक ही बाइक पर 3 लोग सवार है। साथ ही चालक के सिर पर हेलमेट भी नहीं है और उस पर से रील बनाया जा रहा है। जबकि इन तीनों की ड्यूटी बच्चों के स्वास्थ्य की देखरेख एवं मोटिवेशन के लिए लगाया गया है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि यह डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं? फिलहाल फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसकी देसवा न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है।
रिपोर्ट : कुमार कौशिक / रवि कुमार