आजादी के 75 साल गुजरने के बाद पान समाज का हाल बेहाल
वैशाली जिला हाजीपुर में पान चेतना मंच ने माना कि भारत देश की आजादी के 75 साल गुजर जाने के बाद भी इस समाज की बदहाली बरकरार है। सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक सुधार की दिशा में पान समाज आज भी पिछड़ा है। इस समाज का कोई भी प्रतिनिधि न तो विधानसभा में है और न लोकसभा में। बड़ी आबादी होने के बावजूद राजनीति में हिस्सेदारी नहीं होना चिंता का विषय है।
ये बातें पान चेतना मंच के अध्यक्ष सह संयोजक डॉ. विश्वनाथ प्रसाद ने जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। नगर क्षेत्र के उमेश सिनेमा रोड स्थित सभागार में आयोजित पान चेतना मंच वैशाली की जिलास्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में जिले के सभी प्रखण्डो से पान समाज के सक्रिय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में मुख्य रूप से 'राजनिति मे पान समाज की भागीदारी एवं पान समाज की सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक स्थिति' की चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. विश्वनाथ प्रसाद ने कहा कि बिहार प्रदेश में इस समाज की इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद किसी भी दल ने इस समाज को प्रतिनिधित्व देने की आवश्यकता नही जतायी। हमें अपनी एकजुटता से ही राजनीति में हिस्सेदारी पा सकते हैं, समाज के सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़ना हमारा संकल्प से ही आनेवाली पीढ़ी नए समाज का निर्माण कर सके। वक्ताओं ने संगठन की मजबूती एवं विस्तार पर भी चर्चा की। साथ ही जिले में एक पान भवन के निर्माण का भी प्रस्ताव दिया गया। सभा में उपस्थित प्रतिनिधियों ने पान समाज की एकजुटता के साथ सत्ता में भागीदारी का संकल्प लिया। आशुतोष कुमार लड्डू, शैलेन्द्र कुमार, दिलिप कुमार दास, राजेश कुमार, नागदेव दास, उमेश दास, सुरेश दास, देवलाल दास, जितेन्द्र दास, लगड़ दास, रामनाथ दास, ओम प्रकाश गुप्ता, विगन दास, मनाज दास, राम दयाल दास, श्याम सुन्दर दास, व हरेन्द्र दास, वासुदेव दास, संजय कुणाल ने अपने विचार व्यक्त किये।
रिपोर्ट-विकास सिंह