पारस अस्पताल में पेरोल पर इलाज करा रहे कैदी की गोली मारकर हत्या, 4 अपराधी घुसे थे अंदर,बीजेपी बोली- अपराधियों के साथ बुरा ही होता है

पटना में दिनदहाड़े अपराधियों ने कानून व्यवस्था को चुनौती दी है। शास्त्री नगर थाना क्षेत्र स्थित पारस अस्पताल में इलाज करवा रहे आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी चंदन मिश्रा की गुरुवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई।मृतक चंदन मिश्रा, बक्सर का रहने वाला था और बेऊर जेल से 15 दिनों की पेरोल पर इलाज के लिए बाहर आया हुआ था। घटना के समय वह पारस अस्पताल में भर्ती था। इसी दौरान चार अपराधी अस्पताल के अंदर घुसे.....

पारस अस्पताल में पेरोल पर इलाज करा रहे कैदी की गोली मारकर हत्या, 4 अपराधी घुसे थे अंदर,बीजेपी बोली- अपराधियों के साथ बुरा ही होता है

पटना में दिनदहाड़े अपराधियों ने कानून व्यवस्था को चुनौती दी है। शास्त्री नगर थाना क्षेत्र स्थित पारस अस्पताल में इलाज करवा रहे आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी चंदन मिश्रा की गुरुवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई।मृतक चंदन मिश्रा, बक्सर का रहने वाला था और बेऊर जेल से 15 दिनों की पेरोल पर इलाज के लिए बाहर आया हुआ था। घटना के समय वह पारस अस्पताल में भर्ती था। इसी दौरान चार अपराधी अस्पताल के अंदर घुसे और उसे गोली मार दी।वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर शास्त्री नगर थाना की पुलिस पहुंची और जांच शुरू कर दी गई है।

15 दिनों के लिए पेरोल पर बाहर आया था
बताया जा रहा है कि चंदन मिश्रा 15 दिनों के लिए पेरोल पर बाहर आया था। 18 जुलाई को उसकी पेरोल खत्म हो रही थी। 18 जुलाई को वापस उसे पटना के बेऊर जेल लौटना था।इस बीच तबीयत खराब होने के बाद वह पटना के पारस अस्पताल में अपना इलाज कर रहा था। चंदन मिश्रा को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा हुई थी। पिछले 12 सालों से वह जेल में बंद था। वो बक्सर जेल से भागलपुर और भागलपुर से फिर पटना के बेऊर जेल में सजा काट रहा था।बक्सर में केसरी नाम के व्यक्ति की हत्या के मामले में वह आरोपी है।  

राजेंद्र केसरी मर्डर केस 
बता दें कि 2011 में रंगदारी नहीं देने पर राजेंद्र केसरी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में राजेंद्र के परिवार ने शेरू सिंह और चंदन मिश्रा समेत कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।12 फरवरी 2020 को पटना हाईकोर्ट ने शेरू सिंह और चंदन मिश्रा को दोषी ठहराते हुए IPC की धारा 302 के तहत आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। चंदन मिश्रा बक्सर जेल से भागलपुर और फिर पटना के बेऊर जेल में शिफ्ट हुआ था। शेरू सिंह को निचली अदालत ने फांसी की सजा दी थी, जिसे हाईकोर्ट ने आजीवन कारावास में बदल दिया था।

BJP प्रवक्ता का बयान
वहीं बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चंदन पर आपराधिक घटनाओं में शामिल होने का आरोप था। वो 12 साल से जेल में था।अपराधियों के साथ बुरा ही होता है, चाहे वो जेल में मरता या फिर उसे गोली लग जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस तेजी से जांच कर रही है और जल्द ही अपराधियों की पहचान कर ली जाएगी।